एक साल पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे एसएम कृष्णा मनमोहन सरकार में विदेश मंत्री रहे एसएम कृष्णा ने एक साल पहले कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। लेकिन, कहा जा रहा है कि एस एम कृष्णा का अब भाजपा से मोह भंग हो गया। दरअसल, इसके पीछे का कारण कर्नाटक चुनाव में उनका दरकिनार किए जाना है। राजनीतिक सूत्र का कहना है कि जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव में साइड लाइन किए जाने से वो खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। सूत्र के मुताबिक, कृष्णा को न तो बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व और न ही राज्य ईकाई ही महत्व दे रही है। इतना ही नहीं पार्टी ने एस एम कृष्णा की बेटी शाम्भवी को बेंगलुरु की राजा राजेश्वरीनगर विधानसभा सीट से टिकट देने से भी इनकार कर दिया। जिसके कारण वो काफी आहत हैं और वह पिछले दो महीने से कांग्रेस को अपनी वापसी के संकेत देते रहे हैं। अगर एस एम कृष्णा की कांग्रेस में वापसी होती है, तो यह तय है कि चुनाव से पहले कर्नाटक में कांग्रेस और मजबूत होगा। वहीं, भाजपा को इस जोरदार झटका लग सकता है। हालांकि, अभी अटकलों का बाजार गर्म है। वहीं, एस एम कृष्णा की ओर से इस मामले पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है और न हीं कांग्रेस की ओर से। इतना नहीं भाजपा की ओर से भी कोई बयान नहीं दिया गया है। लेकिन, इतना तय माना जा रहा है कि चुनाव से पहले अगर इस तरह का फेरबदल होता है तो कर्नाटक का चुनाव बेहद ही दिलस्चप होगा।