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जालोर

पांच जीएसएस के बावजूद शहर में बार-बार कट रही बिजली

सुचारु बिजली व्यवस्था के लिए सालों पहले चारों ओर बने थे जीएसएस, फिर भी नहीं कर पाए सुचारू आपूर्ति

जालोरJun 18, 2018 / 09:40 am

Dharmendra Kumar Ramawat

jalorenews

सुचारु बिजली व्यवस्था के लिए सालों पहले चारों ओर बने थे जीएसएस, फिर भी नहीं कर पाए सुचारू आपूर्ति

जालोर. जिला मुख्यालय व शहरी क्षेत्र से जुड़े इलाकों में निर्बाध बिजली आपूर्ति को लेकर डिस्कॉम की ओर से सालों पहले तैयार की गई रिंग योजना फेल साबित हो रही है।
इस योजना के तहत डिस्कॉम ने करोड़ों रुपए खर्च कर शहर के चारों ओर जीएसएस भी स्थापित किए। इसके बावजूद शहर में बार-बार घंटों तक बिजली का गुल होना डिस्कॉम की लचर मॉनीटरिंग दर्शा रहा है। शहरी क्षेत्र में मौजूदा समय में अलग-अलग जगहों पर कुल 5 जीएसएस स्थापित हैं। इनसे जुड़े फीडरों से शहर की विभिन्न कॉलोनियों और औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की जाती है, लेकिन पिछले कुछ दिन से चल रही तेज हवाओं के कारण शहर में जगह-जगह फॉल्ट हो रहे हैं। जिससे करीब-करीब पूरे शहर में बिजली आपूर्ति व्यवस्था गड़बड़ा गई है। खुद अधिकारी भी इसका मुख्य कारण तेज हवा मान रहे हैं, जबकि रिंग योजना पर करोड़ों रुपए खर्च ही इसीलिए किए गए थे कि फॉल्ट के समय बिजली सप्लाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा सके।
शहर में कुल पांच जीएसएस
मौजूदा समय में शहर में कुल पांच जीएसएस हैं। इनमें राजकीय महाविद्यालय के सामने, नर्मदा कॉलोनी के पास, औद्योगिक क्षेत्र द्वितीय चरण, सूरजपोल और औद्योगिक क्षेत्र तृतीय चरण शामिल हैं। इसके अलावा शहर से चार किमी दूर लेटा और भागली में भी डिस्कॉम ने जीएसएस स्थापित कर रखे हंै।
संभव नहीं पोल
लेस सिटी
मुख्यालय पर बार-बार बिजली लाइनों में फॉल्ट को लेकर कुछ साल पहले प्रशासनिक व डिस्कॉम अधिकारियों की मीटिंग भी हुई थी। जिसमें जालोर को पोल लेस सिटी बनाने विचार विमर्श कर काम शुरू करने पर सहमति भी बनी। बाद में शहर के भीतरी भागों में अंडरग्राउंड केबलिंग भी की गई। ऐसे में पूरे शहर में यह कार्य होता है तो इससे बारिश व तेज हवा के दौरान फॉल्ट की समस्या भी कम रहेगी, लेकिन तत्कालीन अधिकारियों का कहना था कि जालोर में यह सम्भव नहीं है। ऐसे में पोल लेस सिटी भी जालोर वासियों के लिए एक सपना सा बन कर रह गई है।
इधर, विधायक ने कहा-सुदृढ़ होगा विद्युत तंत्र
जिले में बिजली पर हालात को लेकर पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद विधायक ने जारी किया प्रेसनोट
जालोर. शहर में पिछले कुछ दिन से गड़बड़ाई बिजली आपूर्ति व्यवस्था को लेकर विधायक अमृता मेघवाल ने प्रेस नोट जारी किया है। जिसमें बताया गया कि केंद्र परिवर्तित योजना आईपीडीएस के तहत शहर में अंडरग्राउण्ड केबलिंग का कार्य इन दिनों जोरों पर चल रहा है।
इसके लिए विधायक की अनुसंशा पर मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री ने 4 करोड़ 18 लाख रुपए की राशि आंवटित की है। गौरवपथ रोड के किनारे कॉलेज तिराहा से मीरादातार दरगाह तक 11केवी व एलटी बिजली लाइन का कार्य भूमिगत किया जा रहा है। ताकि बारिश के मौसम में बार-बार फॉल्ट आने, लाइन ट्रिप होने व तार टूटने की सम्भावना नहीं रहेगी। साथ ही शहरवासियों को निर्बाध २४ घंटे बिजली मिलेगी। विधायक ने बताया कि योजना के तहत शहर के कल्याणनगर, न्यू रामदेव कोलोनी पीली टंकी के पास, गोडीजी मंदिर, सिरे मंदिर रोड, राव समाज मंदिर के आगे, एफ.सीआई गोदाम के पास व रूपनगर सहित कई इलाकों में भूमिगत लाइन बिछाने का कार्य किया जाएगा।
इसके अलावा शहर के बाहरी व भीतरी हिस्से जहां ओवर हेडलाइन नहीं जा सकती या बिजली के तार जर्जर हालत में हैं। ऐसे चिह्नित स्थलों पर अंडरग्राउण्ड हाईटेंशन व लो-टेंशन लाइन डाली जा रहा है। वहीं योजना के तहत एफ.सीआई कॉलोनी, न्यू रामदेव कोलोनी, रूपनगर, राव समाज मंदिर व ऋषभ नगर में उच्च क्षमता के ट्रांसफॉर्मर के लिए डीपी स्थापित की गई है। इससे इन इलाकों में आमजन को बेहतर वॉल्टेज मिलेगा। साथ ही दलित बस्ती में 11केवी बिजली लाइन भूमिगत करना भी प्रस्तावित है। विधायक का कहना है कि वे खुद इस कार्य को लेकर गम्भीर हैं। उन्होंने डिस्कॉम अधिकारियों को यह कार्य निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। ताकि आमजन को निर्बाध बिजली मिल सके।

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