संदिग्ध मरीज जालोर रेफरसियाणा. निकटवर्ती मायलावास गांव में मिले एक संदिग्ध रोगी को आरआर टीम ने कस्बे में लाया। यहां से उसे रात को ही जालोर रेफर किया गया। डॉ. प्रदीप गुप्ता ने बताया कि मेडाऊपरला सरपंच प्रेमसिंह ने सूचना दी कि गांव में करीब पांच दिन पहले जोराराम पुत्र खुमाराम प्रजापत आंध्रप्रदेश से आया था। जिसे खांसी व श्वास की तकलीफ है। जिस पर डॉ. गुप्ता व अशोक बावल मय टीम मायलावास पहुंचे और संदिग्ध लगने पर उसे तत्काल सियाणा लाया गया। जहां जांच के बाद उसे टेस्ट के लिए जालोर रेफर किया गया। इससे पहले उसके घर में दवाई का छिड़काव कर लोगों को जागरूक किया गया। इधर, कोरोना के डर से ग्रामीण घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। लॉक डाउन के बावजूद सुबह बाजार व मुख्य बस स्टैंड समेत अन्य जगहों पर पुलिस ने ग्राम पंचायत की मदद से भीड़ को हटाया। वहीं कुछेक दुकानें भी बंद करवाई। एएसआई चमनाराम, कांस्टेबल आसुराम व मांगीलाल ने वाहन चालकों को बाहर नहीं निकलने की सलाह दी। सरपंच हेमंतकंवर ने पेम्पलेट व माइक से लोगों को जागरूक किया। ग्राम विकास अधिकारी कानाराम माली व पटवारी जीवनराम सहित ग्राम पंचायत स्टाफ ने भी लोगों को जागरूक किया। इधर, कस्बे की दवा दुकानों व अस्पताल में मास्क नहीं मिलने से परेशान लोग घर पर ही मास्क तैयार कर रहे हैं। कस्बे में टेलर प्रकाश ने करीबन 100 मास्क तैयार कर लोगों को बांटे। सरपंच के निर्देशन में पंचायत ने दिहाड़ी मजदूरों व गरीब परिवारों को तीन दिन की भोजन सामग्री के पैकेट वितरित किए।एक माह का वेतन देंगे देवलरानीवाड़ा. कोरोना को लेकर विधायक नारायणसिंह देवल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक माह का वेतन दान देने का वचन पत्र दिया है। इससे पहले सोमवार को ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन को निशुल्क मास्क और सेनेटाइजर बांटने के लिए विधायक कोष से 1 लाख रुपए देने की घोषणा की थी। वहीं सूरजवाड़ा सरपंच कृष्णकुमार पुरोहित ने ग्रामीणों में 500 से अधिक मास्क व 200 सेनेटाइजर पैकेट वितरित कर ग्रामीणों को घर से बाहर नहीं निकलने की शपथ दिलाई।[typography_font:14pt;” >जालोर. शहर में रोटरी क्लब व अन्य दानदाताओं के सहयोग से मंगलवार को कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन से प्रभावित गरीब बस्तियों में भोजन के पैकेट और खाद्य सामग्री वितरित की गई। इसके लिए नगर परिषद की ओर से चिह्नित परिवारों के सदस्यों के आधार पर भोजन पैकेट तैयार करवाए गए। जिसके बाद बस्तियों में जाकर वितरित किए गए। वितरण टीम में एसडीएम चंपालाल जीनगर, नगर परिषद सभापति गोविंद टांक, रोटरी क्लब अध्यक्ष राजेंद्र जैन, पूर्व अध्यक्ष महेंद्र मुणोत, डूंगरसिंह मंडलावत, नरेंद्रबालू अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल, नूर मोहम्मद, सफाई निरीक्षक महावीरकुमार धारू, नगर परिषद जेईएन हरीश व नगर परिषद स्टाफ ने सेवा दी। इधर, शहर में नर्सिंग स्टूडेंट्स की ड्यूटी एमसीएच में लगाने के बाद मंगलवार को शहर में शटडाउन के चलते उन्हें ड्यूटी स्थल पर पहुंचने के लिए काफी परेशान होना पड़ा। स्टूडेंट्स का कहना था कि वाहनों का आवागमन बंद होने के कारण उन्होंने अधीक्षक को समस्या से अवगत कराया, लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई सहायता नहीं की। ऐसे में उन्हें काफी परेशानी हुई। सांचौर. कोरोना वायरस को लेकर शहर में चल रहा शट डाऊन तीसरे दिन भी जारी रहा। चिकित्सा विभाग की ओर से आइसोलोटेड 38 लोगों की नियमित जांच की जा रही है। विदेश से आने वाले विद्यार्थियों को लेकर विभाग पूर्ण रूप से सतर्क है। सूचना मिलते ही चिकित्सा टीम बीसीएमओ डॉ. ओमप्रकाश सुथार के नेतृत्व में संबधित लोगों के घर पहुंच जाती है। साथ ही एसडीएम भूपेन्द्र यादव, डीएसपी विरेन्द्रसिंह, तहसीलदार देसलाराम, डॉ. भूपेन्द्र बिश्नोई, कार्यवाहक थानाप्रभारी जगतसिंह सहित कई अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग रहे हैं। इधर, भारत विकास परिषद युवा शाखा ने शहर में विभिन्न जगहों पर गरीब परिवार को भोजन के पैकेट वितरित किए। इस कार्य में सोहनलाल खत्री व प्रेम पनपालिया सहित पूरी टीम सक्रियता से कार्य रही है। युवा शाखा ने दानदाताओं को भी आगे आने की अपील की है। पालिका ईओ विनोद बंसल, सफाई निरीक्षक विजय पुरोहित, अरविन्द पूनीया, हनुमानाराम सहित पूरी टीम भी भोजन वितरण में साथ रही। इसके अलावा पालिका की ओर से शहर के माखुपुरा चैक पोस्ट, चार रास्ता व विवेकानंद सर्किल सहित विभिन्न मौहल्लों में स्पे्र मशीन से छिड़काव करवाया।विदेश से लौटे छात्रों की जांचवेडिय़ा. इधर, क्षेत्र के खामराई गांव के टीकमाराम पुत्र खंगाराराम जाट व वेडिय़ा निवासी साकर खान पुत्र नवाब खान के विदेश से लौटने पर पीएचसी की टीम जांच के लिए उनके घर पहुंची। चिकित्साकर्मियों ने बताया कि दोनों छात्रों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिले। टीम ने एहतियात के तौर पर उन्हें 28 दिन तक घर पर ही रहने को कहा है। इस मौके डॉ. रामलाल विशनोई पीएचसी डूंगरी व चितलवाना आयुर्वेदिक चिकित्सालय के डॉ. सुभाष सैनी मौजूद थे।