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जालोर

ऐसे हैं राजस्थान रोडवेज के हाल, ब्रेक लगते ही अंदर आती सर्द हवा और धूल

रोडवेज बस यात्रियों ने कड़ाके की ठंड में झेली समस्या

जालोरJan 08, 2019 / 11:18 am

Dharmendra Kumar Ramawat

Rajasthan roadways

रूट पर चला दी बिना कांच की बस

जालोर. यात्रियों को सुरक्षित सफर करवाने का दावा कर रहे रोडवेज के हालात पिछले कुछसमय से बिगड़े हुए हैं।ठेके पर चलाई जा रही बसों का भी समय पर निरीक्षण नहीं किया जा रहा।इससे कड़ाके की ठंड में भी यात्री भारी समस्या झेल रहे हैं।सोमवार को ही सिरोही से जालोर व यहां से सिरोही-उदयपुर तक चलने वाली बस के यात्री पूरे सफर में सर्द हवा और धूल के गुबार झेलते रहे। ठेके पर चल रही इस बस की पिछली स्क्रीन टूटी हुई थी। सुबह इसे रूट पर भेजा गया, लेकिन कांच बदला ही नहीं।ठेकेदार ने बिना कांच वाली बस को ही भेज दिया। रही-सही कसर रोडवेज के अधिकारियों ने इस बस को रूट पर रवाना कर पूरी कर दी। ऐसे में बस धीमी करने के लिए भी यदि ब्रेक लगते तो पिछली स्क्रीन से धूल के गुबार और सर्द हवा अंदर आती रही।उल्लेखनीय है कि ठेके पर चल रही इन बसों की सार-संभाल का जिम्मा ठेकेदार पर है, लेकिन रोडवेज अधिकारी इन बसों को जस की तस हालत में रूट पर चलाते हुए ठेकेदार को शह दे रहे हैं।
जिम्मेदारों की मौन स्वीकृति
माना जा रहा है कि जिम्मेदारों की मौन स्वीकृति में ठेकेदार चांदी काट रहे हैं।वर्कशॉप प्रबंधक या यातायात प्रबंधक की नजर में आए बगैर बिना कांच वाली बस चलना मुमकिन नहीं था।इस मामले में यदि बगैर कांच वाली बस भेजी गई थी तो उसे रूट पर चलाना ही नहीं था।लेकिन, ठेकेदार ने न केवल इस तरह की बस भेजी वरन् अधिकारियों ने इसे रूट पर भी भेज दिया।
इन्हें पता नहीं तो किसने चलाई बस
यात्रियों को सुरक्षित सफर देने के लिए बसों की देखरेख पर ज्यादा ध्यान होना चाहिए, लेकिन यह मामला दर्शाता है कि इन बसों को मनमर्जी से चलाया जा रहा है। रोडवेज के सिरोही आगार प्रबंधक तक को इसकी जानकारी नहीं है। वे बताते हैं कि बिना कांच वाली बस रूट पर नहीं भेजी होगी।आगार प्रबंधक को जब इस तरह की बस को रूट पर चलाने की जानकारी नहीं है तो आखिर किसकी शह पर बस चलाई गई यह जांच का विषय है।
इनकी यात्रियों की हालत हो रही खराब
बिना कांच वाली इस बस में सफर करने पर लोग काफी परेशान दिखे।सर्द हवा और धूल के गुबार अंदर भर जाने से हालत खराब हो गई।बच्चे, बुजुर्ग व बीमार यात्रियों को तो इस बस का सफर काफी भारी पड़ा।यात्रियों ने बताया कि पहले पता होता तो इस बस में बैठते ही नहीं, लेकिन टिकट कटवाने के बाद क्या कर सकते है।
जानकारी में नहीं है…
इस रूट पर बस चली है, लेकिन उसका कांच टूटा हुआ हैया नहीं इसकी जानकारी नहीं है।रात को रूट से बस वापस आएगी तब जांच करवाएंगे।
– अशोक सांखला, रोडवेज आगार प्रबंधक, सिरोही
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