आहोर. वलदरा के प्रजापत हनुमान मंदिर में शनिवार रात्रि एक शाम बालाजी के नाम भक्ति संध्या का आयोजन किया गया। इसमें देर रात तक बालाजी की भक्ति से ओतप्रोत सुरीले भक्ति गीतों पर श्रोता झूमते रहे। कंवला महंत हरिपुरी महाराज के सान्निध्य में भक्ति संध्या का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में गायक किशन माली एंड पार्टी ने एक से बढ़कर एक गणपति वंदना, गुरु वाणी तथा बालाजी की भक्ति से ओतप्रोत भक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर उपस्थित जनसमूह को भाव विभोर कर दिया। नृत्य कलाकार शंकर बालम उदयपुर, नीलू पाली व खुशी पाली ने अपनी मनमोहक नृत्य कला से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। जादूगर जे.पी.मारवाड़ी ने जादुई करतब दिखा कर सभी को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया। हिम्मत प्रजापत, तगाराम प्रजापत, केसाराम, रोहित समेत कई जने मौजूद थे।
मोदरा. सेरणा से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी केसरिया पट्टी और केसरिया ध्वजा लेकर शिरडी के लिए शारीरिक शिक्षक मांगीलाल पंवार रवाना हुए। ग्रामीणों ने पंवार को फूल मालाएं पहनाकर रवाना कर उन्हें रवाना किया। 54 वर्षीय मांगीलाल 17 साल से लगातार शिरडी जा रहे हैं। कड़ी धूप में दिन में 40 से 50 किलोमीटर की लगातार यात्रा कर करीबन एक माह में बाबा के दरबार में पहुंचते है। पंवार राजकीय माध्यमिक विद्यालय बाकरारोड में शारीरिक शिक्षक के पद पर कार्यरत है और इस बार वे सत्रहवीं बार पैदल शिरडी के लिए जा रहे है। उन्होंने बताया कि पहली बार २००३ में शिरडी के लिए पैदल रवाना हुए थे। यहां से शिरडी की दूरी करीब 1100 किलोमीटर है। पंवार के परिवार में माता मेती देवी, तीन भाई, दो बहिनें और इनके दो लड़के और एक लड़की है। ये सभी साई बाबा के परम भक्त है, लेकिन पैदल शिरडी केवल ये ही जाते है। शिरडी के लिए रवानगी पर ग्रामीणों ने साईंनाथ के यहां अपने चढ़ावे भी मांगीलाल के साथ भेजे। मोदरा स्टेशन पर साईंबाबा के भक्त का जगमालसिंह राजपुरोहित, जुगताराम देवासी, विक्रमसिंह राव, जोगाराम देवासी, सूजाराम प्रजापत, मगाराम देवासी, कांतिलाल राव, प्रवीण ने फूल मालाओं से अभिनंदन किया। इस दौरान वातावरण में साईं बाबा के जयकारे गुंजायमान रहे।