scriptजिले का दूरस्थ गांव : ग्रामीणों को दस किमी दूर से करना पड़ता है पानी का जुगाड़ | Villagers have to do distance of 10 kms for drinking water | Patrika News
जालोर

जिले का दूरस्थ गांव : ग्रामीणों को दस किमी दूर से करना पड़ता है पानी का जुगाड़

नलदरा गांव में पेयजल स्रोत तक नहीं

जालोरMay 17, 2018 / 10:22 am

Dharmendra Kumar Ramawat

Drinking water shortage in Nehad area

Villagers have to do distance of 10 kms for drinking water

हाड़ेचा. नेहड़ के भाटकी ग्राम पंचायत के नलदरा गांव में पिछले दस साल से अधिक समय से कोई पेयजल स्रोत नहीं होने से ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में पास में पेयजल स्रोत नहीं होने से पीने के लिए दस किलोमीटर से भी अधिक दूरी से एक हजार रुपये से भी अधिक दाम देकर पेयजल खरीद कर प्यास बुझाते है।
ग्रामीणों ने बताया कि पेयजल समस्या के समाधान के लिए सरपंच, विधायक, सांसद को कई बार अवगत करवाया, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। ऐसे में पेयजल के लिए लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
खारा मटमैला पानी पीने की मजबूरी
नेहड़ के करीब दो हजार से अधिक आबादी के नलदरा गांव में पेयजल संकट के चलते पास में लूनी नदी के किनारे लोग बेरियों से पानी का जुगाड़ करते है। यहां बेरियों पर महिलाएं अलसुबह से बारी-बारी से कई घंटे इंतजार कर एक दो मटका पानी का जुगाड़ करती है। लेकिन पीएचईडी की ओर से ग्रामीणों के लिए पेयजल की व्यवस्था नहीं की गई है। ग्रामीणों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों व जिला प्रशासन को भी कई बार अवगत करवाया। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।
पानी के अभाव में मर रहे मवेशी
ग्रामीणों ने बताया कि बड़ी मुश्किल से पीने के लिए एक हजार से अधिक रुपयों के दाम देकर पानी मंगवाना पड़ता है। लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी दिक्कत मवेशियों के लिए पानी का जुगाड़ करने की है। गांव में पानी के अभाव में मवेशी मर रहे है। हालांकि गांव में कई जीएलआर व अवाळे बने हुए है, लेकिन पानी के अभाव में जर्जर हो रहे हंै।
एक दशक से पेयजल संकट
नेहड़ के भाटकी ग्राम पंचायत सहित नलदरा गांव में पिछले दस साल से पेयजल संकट छाया हुआ है। यहां पूर्व में जलदाय विभाग के सरकारी व ठेके के पेयजल टैंकरों से पेयजल सप्लाई शुरू करवाई थी। लेकिन ठेके के टैंकर मालिकों का जलदाय विभाग की ओर से भुगतान नहीं करने से वे अब जलापूर्ति करने से कतराते हैं।
इनका कहना है…
गांव में पेयजल संकट है। खुद व मवेशियों के लिए पानी का जुगाड़ करना परेशानी भरा है। कई बार ग्राम पंचायत के साथ जलदाय विभाग के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
-शैतानसिंह, ग्रामीण, नलदरा
पेयजल स्रोत नहीं
नलदरा सहित भाटकी ग्राम पंचायत में पिछले कई सालों से पेयजल संकट है। जलदाय विभाग के पेयजल आपूर्ति के यहां पर कोई स्रोत नहीं है। इस सम्बंध में जलदाय विभाग को कई बार अवगत करवाया, लेकिन समस्या के हल को लेकर कोई गंभीर नहीं है।
-प्रियंका विश्रोई, सरपंच ग्राम पंचायत भाटकी
प्रस्ताव लिया
भाटकी ग्राम पंचायत के भाटकी, बालेरा व नलदरा गांव में जल परिवहन के लिए प्रस्ताव लिया हुआ है। जल्द ही टैंकर लगवाकर समस्या का समाधान करेंगे।
-अभिमन्युुसिंह, कनिष्ठ अभियंता, जलदाय विभाग सांचौर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो