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जालोर

पानी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे 200 कालबेलिया परिवार

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जालोरFeb 23, 2020 / 11:01 am

Dharmendra Kumar Ramawat

बैरठ ग्राम पंचायत में जीएलआर में दो साल से एक बूंद पानी की आपूर्ति नहीं हुई

बैरठ ग्राम पंचायत में जीएलआर में दो साल से एक बूंद पानी की आपूर्ति नहीं हुई

मोदरा. सरकार की ओर से आमजन व पशुओं के पेयजल की व्यवस्था को लेकर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन बैरठ ग्राम पंचायत में आमजन तो क्या पशुओं के लिए भी पेयजल नसीब नहीं हो पा रहा है।बैरठ पंचायत में गांव के बाहर करीब 200 कालबेलिया सहित अन्य परिवार निवास कर रहे हैं। उनके लिए जलदाय विभाग ने जीएलआर बनाकर औपचारिकता तो पूरी कर ली। मगर जीएलआर में दो साल से एक बूंद पानी की आपूर्ति नहीं हुई है।जिससे कालबेलिया परिवार के लोग एक घड़ा पानी के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। गरीब तबके के इन लोगों के पास ना तो अपने घर में टांका बनाने के लिए रुपए हैं और ना ही ये पानी टैंकरों से मोल खरीद सकते हैं। इस बस्ती में बना जीएलआर व पशु अवाला काफी समय से सूखा पड़ा है।इसके अलावा क्षेत्र में बने कई जीएलआर बबूल की झाडिय़ों से घिर गए हैं। जीएलआर के पास पशुओं की प्यास बुझाने के लिए बने अवालों में भी पानी नहीं होने से पशुपालक भी परेशान हो रहे हैं। वहीं बेसहारा पशु भी पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते नजर आते हैं। कई जीएलआर व अवालों की स्थिति ऐसी है कि जलापूर्ति नहीं होने से इनका अस्तित्व खत्म होने के कगार पर है। बैरठ पंचायत के ग्रामीणों का कहना है कि यहां बने जीएलआर व अवाले सर्दी के मौसम में ाी सूो पड़े हैं तो आगामी गर्मी के मौसम में स्थिति और भी विकट होगी। निजी सप्लायर रमेशकुमार ने बताया कि बैरठ में कुल दस पप लगे हुए हैं।जिनमें से वर्तमान में चार पप चालू है।पहले बाकरा गांव में भी बैरठ में लगे पपों से पानी की सप्लाई होती थी, जो अब नहीं होती है।
इनका कहना
मैं संविदा पर कार्यरत हूं। जलदाय विभाग के अधिकारियों के कहने पर पानी की सप्लाईचालू कर दी जाएगी।
– रमेशकुमार मेघवाल, निजी सप्लायर, बैरठ
गरीब तबके से होने के कारण हमारी आवाज कोई नहीं सुनता है।आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय होने से घर में टांका भी नहीं बनवा सकते और ना ही मोल खरीदकर पानी ला सकते हैं। हमें इधर-उधर काफी मशक्कत कर पानी का जुगाड़ करना पड़ता है।
– काननाथ, कालबेलिया, बैरठ
बैरठ में पहले दो पप चल रहे थे, जिससे पूरे गांव में पानी की सप्लाई होती थी। अब पानी की क्या स्थिति है। इस संबंध में पता करके सप्लाई शुरू करवाई जाएगी।
– डीएन शर्मा, एक्सईएन ग्रामीण, जलदाय विभाग, जालोर
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