scriptबाजुओं के दम पर नहीं हौसलों से भरी उम्मीदों की परवाज | Amir Hussain Lone, an arm less cricket sensation in Kashmir | Patrika News
जम्मू

बाजुओं के दम पर नहीं हौसलों से भरी उम्मीदों की परवाज

Jammu Kashmir: कहते हैं कि बाजुओं की ताकत के बल पर इंसान आसमां को भी झुका सकता है। बाजुओं पर यकीन हो तो इंसान तकदीर भी पलट सकता है। यहां हम ऐसे इंसान से रूबरू हो रहे हैं…

जम्मूAug 03, 2019 / 07:14 pm

Nitin Bhal

Amir Hussain Lone, an arm less cricket sensation in Kashmir

बाजुओं से नहीं हौसलों से भरी परवाज

श्रीनगर. कहते हैं कि बाजुओं की ताकत के बल पर इंसान आसमां को भी झुका सकता है। बाजुओं पर यकीन हो तो इंसान तकदीर भी पलट सकता है। यहां हम ऐसे इंसान से रूबरू हो रहे हैं जिसके भले ही दोनों बाजू न हों लेकिन उसने आसमान को झुकाया है और तकदीर को भी पलट कर रख दिया है। आम तौर पर जब कोई व्यक्ति दुर्घटना का शिकार हो अपने अंग खो बैठता है, तो वह सफल जीवन के लिए अपने सपनों का पालन करना बंद कर देता है। लेकिन 28 साल के अमीर हुसैन लोन ( Amir Hussain Lone ) के मामले में ऐसा नहीं है। एक दुखद दुर्घटना में अपनी दोनों बाजुओं को खो देने के बावजूद जम्मू-कश्मीर ( jammu kashmir ) में एक क्रिकेट ( Cricket ) सनसनी बन गया है।

आठ साल की उम्र में हादसा

Amir Hussain Lone, an arm less cricket sensation in Kashmir

दक्षिण कश्मीर के बिजबेहारा के रहने वाले अमीर हुसैन लोन ने एक दुर्घटना में अपनी दोनों बाजुओं को एक आरा मिल में खो दिया। तब वे महज आठ साल केथे। दुर्घटना के तीन साल बाद तक वह एक अस्पताल में जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष करते रहे। यह उनका हौसला ही था कि खतरनाक हादसे के बावजूद वे जिंदगी की जंग जीत गए। हालांकि दोनों बाजुओं के खो जाने के बाद वे कोई काम करने के लायक नहीं बचे थे। लेकिन आमिर ने इस त्रासदी से हतोत्साहित नहीं हुए और एक ऐसे मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की, जिसने उन्हें कश्मीर का एक प्रेरणादायक क्रिकेटर बना दिया।

लोगों के ताने सहे पर हिम्मत न हारी

Amir Hussain Lone, an arm less cricket sensation in Kashmir

दुर्घटना के बाद लोगों ने तरह-तरह के ताने मारे। लोगों ने मेरे पिता से कहा कि मैं उन पर बोझ बन जाऊंगा। लेकिन मुझे यकीन था कि मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। आमिर वर्तमान में न केवल क्रिकेट खेलते हैं बल्कि जम्मू-कश्मीर पैरा-क्रिकेट टीम ( Jammu and Kashmir para cricket ) के कप्तान भी हैं।

सचिन के हैं फैन

अपनी गर्दन और ठुड्डी के बीच बल्ला पकडक़र आमिर बल्लेबाजी करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं सचिन तेंदुलकर का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं और राष्ट्रीय टीम के लिए उनकी तरह खेलना चाहता हूं। वह मेरी प्रेरणा हैं। गेंदबाजी में आमिर ज्यादातर विकेट लेने के लिए अपने पैरों का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने एक बतख की नकल करके अपनी तैराकी शैली को अपनाया। आमिर ने गेंद को हिट करने के लिए अपनी ठोड़ी और कंधे के बीच बल्ले को पकडऩे का अभ्यास किया। आमिर के क्रिकेट कौशल को उनके शिक्षक ने एक कॉलेज में खोजा और उन्हें पैरा क्रिकेट से परिचित कराया। अब जब आमिर इस स्थिति में पहुंच गए हैं, तो उन्होंने कहा कि सरकार उनकी तरह लोगों की देखभाल नहीं कर रही है, ताकि उनकी प्रतिभा को निखारा जा सके।

युवाओं के लिए बने प्रेरणा

Amir Hussain Lone, an arm less cricket sensation in Kashmir

आमिर ने कहा कि मैं खुद युवाओं को प्रशिक्षित कर रहा हूं और उनके लिए काम करना जारी रखूंगा ताकि वे अपने सपने को पूरा कर सकें। आमिर ने कहा कि वे दूसरों पर निर्भर नहीं हैं और अपना सारा काम खुद करते हैं। उसके पिता बशीर अहमद लोन अपने बेटे की उपलब्धि और मेहनत पर गर्व महसूस करते हैं। बशीर ने कहा कि दुर्घटना के तुरंत बाद, लोगों ने मुझे बताया कि अब आमिर किसी काम का नहीं है। लेकिन मैंने उसका साथ दिया। यहां तक कि अपने इलाज के लिए मेरी कृषि भूमि बेच दी।

Home / Jammu / बाजुओं के दम पर नहीं हौसलों से भरी उम्मीदों की परवाज

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो