पुलिस ने दावा किया है कि मारे गए आतंकियों में पत्रकार शुजात बुखारी का हत्यारा आतंकी आजाद अहमद दादा सहित यूनिस शफी, शाहिद बशीर, बासित इश्तियाक, आकिब नजर और फिरदौस नजर शामिल है।
अनंतनाग, बीजबेहाड़ा, शोपियां व कुलगाम में आतंकी समर्थक तत्वों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़पों में पांच लोग जख्मी हो गए। हालात को भांपते हुए प्रशासन ने तनावग्रस्त इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद करने के साथ ही सुरक्षा भी बढ़ा दी है। गौरतलब है कि आतंकी दादा ने ही गत जून में नवीद जट्ट व एक अन्य आतंकी के साथ मिलकर श्रीनगर के लालचौक में पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या की थी।
इनपुट के आधार पर सेना ने आतंकियों को घेरा
बीजबहेरा इलाके में शुक्रवार सुबह आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सेना की 3 राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। जानकारी के अनुसार, आतंकियों का एक दल बीजबेहाड़ा के पास शालगुंड, दच्छनीपोरा में अपने एक संपर्क सूत्र के पास गुरुवार की रात को आया था। इसकी भनक लगते ही सुरक्षाबलों ने घेराबंदी शुरु कर दी।
गोलीबारी के बीच सेना ने स्थानीय लोगों को बाहर
शुक्रवार तड़के करीब पौने तीन बजे जैसे ही जवानों ने आतंकियों के ठिकाने की तरफ कदम बढ़ाया, मुठभेड़शुरू हो गई। जवानों ने आतंकियों की गोलियों की बौछार के बीच ही आस-पास के मकानों से लोगों को सुरक्षित निकाला। मारे गए आतंकयों में लश्कर के दुर्दाँत कमांडर आजाद अहमद दादा पर 12 लाख रुपए का ईनाम था। उसके अलावा अनीस उर्फ फुरकान, आकिब दास उर्फ हमजा, बासित मीर और फिरदौस के अलावा शाहिद भी मारा गया। आतंकी ठिकाना भी मुठभेड़ के दौरान लगी आग में ध्वस्त हो गया। सेना की 15 कोर के मुख्य लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट के अनुसार सारा अभियान एक सर्जिकल स्ट्राइक की तरह था, जो बहुत ही उम्दा स्तर की योजना और समन्वय के चलते सफल रहा|