महबूबा मुफ्तीमहबूबा मुफ्ती शुक्रवार को इस बारे में दो ट्वीट किए। एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि तीन और पुलिसकर्मी आतंकियों की गोली का शिकार हो गए। हम सब इस पर शोक, गुस्सा, हैरानी व सांत्वना व्यक्त करेंगे। दुर्भाग्य से इससे मृतकों के परिवार को कोई शांति नहीं मिलती। महबूबा ने अगले ट्वीट में लिखा कि पुलिसकर्मियों के अपहरण की बढ़ती घटनाओं से ये साफ होता है कि केंद्र सरकार की बल प्रयोग करने की नीति काम नहीं आ रही है। इसका हल अब सिर्फ बातचीत ही नजर आता है।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि तीन और पुलिसकर्मी आतंकियों की गोली से मारे गए हैं। हम सभी इन घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पहले की तरह ही शोक जताएंगे लेकिन इससे पीड़ित परिवारों के आहत जख्मों पर किसी तरह का मलहम नहीं लगेगा। गौरतलब है कि सन्निकट पंचायत चुनाव में भाग लेने को लेकर मेहबूबा मुफ्ती और उनकी पार्टी ने पहले ही साफ कर दिया है कि वे इन चुनावों में हिस्सा नहीं लेने जा रहे हैं।