21 अक्टूबर को कुलगाम में एक एनकाउंटर के बाद हुए धमाके में कई आम नागरिकों की भी मौत को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए राजनाथ सिंह ने लोगों से मुठभेड़ वाली जगह न जाने की आपील भी की। राजनाथ सिंह ने मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपये की राशि मुआवजे के भी घोषणा की। सब को बातचीत की लिए आमंत्रित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सभी पक्षों को हमने आमंत्रित किया लेकिन आंतक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते।
J&K को विकसीत राज्य में बदलना है
गृहमंत्री के अनुसार राज्य और केंद्र की सरकारें राज्य तीनों हिस्सों जम्मू, लद्दाख और कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और दोनों का उद्देश्य राज्य को विकसित राज्य में बदलना है। उन्होंने आगे कहा, ‘राज्य और केंद्र सरकार मिलकर जम्मू, कश्मीर और लद्दाख इलाकों के विकास के लिए काम कर रही है। हमारा उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को एक विकसित राज्य बनाना है।
जम्मू कश्मीर के नेताओं से की मुलाकात
इस दौरे पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नैशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती समेत भारतीय जनता पार्टी, कॉंग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के प्रतिनिधिमंडलों से भी मुलाकात की।
श्रीनगर आने से पहले किया ट्वीट
इससे पहले दिल्ली से श्रीनगर के लिए रवाना होने से पहले राजनाथ सिंह ने ट्वीट करके बताया, ‘मैं एक दिवसीय यात्रा पर श्रीनगर के लिए रवाना हो रहा हूं। अपने इस दौरे पर मैं वहां सुरक्षा की स्थितियों और तमाम अभियानों की समीक्षा करूंगा।’ आपको यह भी बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव की तारीखों का भी ऐलान कर दिया गया है। नौ चरणों में होने वाले ये चुनाव 17 नवंबर से शुरू होंगे। पिछली बार घाटी में पंचायत चुनाव 2011 में हुए थे।