10 साल से जोह रहे बाट
सरपंच ने बताया कि करीब 10 वर्ष पहले इस सडक़ का निमार्ण कार्य शुरू किया गया था। बीच में कई बार काम रोका गया और दोबारा से काम करने के लिए टेंडर डाले गए। एक दशक में मात्र ग्रांड वर्क ही हो पाया है। सडक़ किनारे ना नालियां बनाई गई और न ही किनारे बनाए गए हैं। इससे बारिश के पानी से जहां एक तरफ लोगों की जमीन को नुकसान पहुंच रहा है तो वहीं दूसरी तरफ पानी लोगों के घरों में घुस जाने से भी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। उन्होंने कड़ा रोष प्रकट करते हुए बताया कि विभाग और जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते आम लोगों को १० साल से परेशानी उठानी पड़ रही है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही सडक़ का निर्माण कार्य शुरू कर उसे समय समय रहते पूरा नहीं किया गया तो वह लोग उग्र प्रदर्शन करेंगे।