नहीं मान रहे हैं फादर
इन इलाकों में घंटों इंतजार के बाद दफनाने की अंतिम प्रक्रिया पूरी करने के लिए फादर नहीं मिल पा रहे हैं। कोरोना वायरस के भय से फादर किसी भी तरह से बचना चाह रहे हैं। हालांकि लोग मिन्नतें करने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं। फादर से संपर्क होने के बाद उन्हें तरह की सुरक्षा का आश्वासन भी दिया जा रहा है। इसके बावजूद फादर इस रस्मदायगी के लिए राजी नहीं हो रहे हैं।
ईसाई संगठन ने की चर्चा
लॉकडाउन होने के बाद से अब तक अकेले जमेशदपुर में ईसाई समुदाय के सात लोगों की मृत्यु हुई है। इनके परिजनों ने फादर को बुलाने के लिए काफी प्रयास किए। वायरस की चपेट में आ जाने के भय एक भी फादर आने को तैयार नहीं हुए। परिजनों के तमाम आश्वासन इस मामले में व्यर्थ साबित हुए। लॉक डाउन का पक्का भरोसा नहीं है कि कब तक जारी रहेगा। ऐसे में अंतिम संस्कार के लिए फादर नहीं मिलना ईसाई समुदाय के लोगों के लिए समस्या बनी रहेगी। ईसाई संगठनों ने इस समस्या पर चर्चा करके इसके हल निकालने के प्रयास कर रहे हैं।