कई मामलों में था वांछित
नक्सली ने खूंटी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित एक सादे समारोह में हथियार डाल दिए। रांची प्रक्षेत्र के डीआईजी अमोल वेनुकांत होमकर ने गुलदस्ता देकर नक्सली का स्वागत किया और दो लाख रुपए का चेक सौंपा। हत्या, रंगदारी, आगजनी, स्कूल को विस्फोट से उड़ाने समेत कई मामलों में वांछित नक्सली के खिलाफ डीआईजी ने कई खुलासे किए।
और भी कर सकते है आत्मसमर्पण
पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिन्हा ने कहा कि नक्सलियों के कई परिवार और खुद कई नक्सली भी पुलिस के संपर्क में हैं। जल्द ही कई बड़े नक्सली आत्मसमर्पण कर सकते हैं। वही आत्मसमर्पण करने वाले एरिया कमांडर महेंद्र मुंडा ने कहा के जंगलों में भटकते परेशान हो गया था। अब वह मुख्यधारा में आकर काफी खुश है। आगे वह झारखंड की सेवा में लगा रहेगा। महेंद्र मुंडा का कहना है कि भटके युवकों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास करेगा।
कई लोगों ने किया है आत्मसमर्पण
बता दें कि बीते दिनों कई नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। मुख्य धारा में आने वाले सभी नक्सलियों का पुलिस ने स्वागत किया है। इसी के साथ उन्होंने प्रोत्साहित करने के लिए पुलिस की ओर से राशि भी दी जाती रही है। थोडे दिनों पहले ही प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफएलआई) के जोनल कमांडर कारगिल यादव उर्फ धनेश्वर यादव ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। यादव पर 10 लाख का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने पर पुलिस की ओर से इनाम की राशि धनेश्वर के घर वालों प्रदान की गई थी।