जंगल से दो हाथियों के शव बरामद
ओडिशा के क्योंझर जिला के चंपुआ रेंज अंतर्गत जोड़ा संरक्षित क्षेत्र गुरुबेड़ा जंगल से दो हाथियों के शव वनकर्मियों ने बरामद किए। दोनों की उम्र 20 और 22 साल बताई जा रही है। दोनों हाथियों को शिकारियों ने बिजली करंट या जहर देकर मारने का संदेह जताया जा रहा है। हाथी को मारने के बाद शिकारियों ने हाथी के दांत भी काट कर ले गए। यह इलाका झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले की सीमा से सटा हुआ है।
दांत काट कर ले गए
आशंका है कि तस्करों ने हाथियों की हत्या कर दी। मृत पाए गए हाथियों के दांत काट लिए गए हैं। मृत हाथियों में एक नर एवं एक मादा हाथी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि तस्करों ने हाथियों को जहर दिया। साथ ही करंट लगाया गया। महीनों से 18 हाथियों का झुंड चंपुआ रेंज अंतगज़्त विभिन्न जगहों पर विचरण कर रहा है। उसी में से एक मृत मादा हाथी है। एक महीने पहले भी एक हाथी का शव चंपुआ रेंज के चमकपुर जंगल से बरामद किया गया था।
करंट लगा कर मारा
अभी तक जो सबूत मिले हैं, उसमें यह बात सामने आई है कि कुछ लोगों ने जंगल में छोटे जानवरों को फंसाने के लिए बिजली प्रवाहित तार बांध दिया था। तार की चपेट में नर और मादा हाथी आ गए। गुरुबेड़ा जंगल से 11 केवी की लाइन गुजर रही है। वन विभाग जोड़ा पुलिस के साथ समन्वय बनाकर मामले की छानबीन कर रही है। जांच दल ने मौके से करीब 35 मीटर लंबा तार बरामद किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही अन्य बातों की जानकारी मिलेगी।
3 साल में 18 हाथियों की हत्या
चंपुआ वन क्षेत्र में हाथी दांत तस्कर गिरोह सक्रिय है जो घटना को अंजाम दे रहा है। डीएफओ ने कहा कि हाथी दांत तस्करों के खिलाफ जल्द ही अभियान चलाया जाएगा। क्योंझर वन क्षेत्र में तीन साल में कम से कम 18 हाथियों की मौत हुई है। अधिकतर मामलों में हत्या के बाद तस्कर हाथी के दांत काटकर ले गए हैं। हाथी के दांत अंतरराष्ट्रीय बाजार में काफी अधिक दर पर बिकते हैं। कीमत दांत की लंबाई पर निर्भर करते हैं। इसका ज्यादातर उपयोग आभूषण बनाने में होता है।