बेरोजगारी क्या चीज होती है इस बात की बानगी शनिवार को सीएमएचओ कार्यालय में देखने को मिली। 90 दिनों की नौकरी है यह जानते हुए भी बेरोजगार आवेदन करने टूट पड़े। उम्मीदवारों का कहना है कि हो सकता है सर्विस काल आगे भी बढ़ाई जा सकती है। इस उम्मीद लिए सैकड़ों बेरोजगार आवेदन करने टूट पड़े। सीएमएचओ कार्यालय में ऐसे उम्मीदवारों का मेला लगा रहा। आपको बता दें कि कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी पड गई है। जिले में दर्जन भर कोविड केयर सेंटर तो बनाए जा रहे हैं,
लेकिन इन केंद्रों में कर्मचारियों की कमी है। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग को अंशकालीन कर्मचारियों की भर्ती करनी पड़ रही है। जिसमें स्टॉफ नर्सेस के 26 पद, लैब टेक्नीशियन के 17 एवं 6 पद क्लीनर के मिलाकर 49 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। भर्ती के लिए शनिवार को सीधे आवेदन मंगाया गया था। शनिवार को जब भर्ती शुरू हुई तो बेरोजगारों की भीड़ टूट पड़ी। भीड़ इतनी थी कि उम्मीदवारों की लाइन सड़क तक जा पहुंचा था। सबसे अधिक स्टॉफ नेस के पदों में अधिक आवेदन आए थे। जिसमें दूर दराज से महिला उम्मीदवार अधिक नजर आए। बाल बच्चों वाली अभ्यर्थियों की भीड़ भी अधिक नजर आई।
सोशल डिस्टेंसिंग नहीं आई नजर
सीएमएचओ कार्यालय में बेरोजगारों की भीड़ इतनी अधिक थी कि उम्मीदवार सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करना भूल गए। वहीं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी इस नियम का पालन करने किसी को नही बोले। एक के ऊपर एक संडे बेरोजगार कतारबद्ध बड़े होकर अपना आवेदन जमा किए। ऐसे में कोरोना महामारी का डर लोगों को सता रहा था।
वन कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। जिसने करी आवेदन आए हैं। इस दौरान भीड़ भाड़ थी। अब सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने कहा जाएगा।-डॉ. एसआर बंजारे, सीएमओ