शनिवार को प्रेसवार्ता के दौरान एएसपी मधुलिका सिंह ने बताया कि गुरुवार की सुबह 12 बजे पामगढ़ के एसबीआई के सामने से रिटायर्ड शिक्षक रामफल निर्मलकर से अपाचे बाइक में सवार तीन अज्ञात युवकों ने शिक्षक के पास रखे 50 हजार रुपए को लूटकर फरार हो गए थे। टीआई परिवेश तिवारी एवं प्रधान आरक्षक मनोज तिग्गा आरोपियों का हुलिया देखते हुए रायगढ़ जिले की ओर निकली थी।
साइबर सेल की मदद से आरोपियों की पहचान कर ली गई, जिसमें नट गिरोह के सदस्य कंडरापाट थाना कापू निवासी प्रमोद नट उर्फ पंचू पिता चक्रधर नट 39, चिंतामणी नट पिता साधराम एवं हालीशहर पश्चिम बंगाल निवासी रोहित पिता कान्हा सिंह 21 ने वारदात को अंजाम दिया था।
सौतेली मां ने बेटी को निकाल दिया घर से तो BF बोला- मैं दूंगा तुम्हारा साथ, कुछ दिन बाद बदल गया इरादा फिर… तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। आरोपियों के कब्जे से 21000 रुपए नगद, घटना में प्रयुक्त अपाचे बाइक, पीडि़त का पर्स पासबुक एटीएम को जब्त कर लिया गया है। मामले की गुत्थी सुलझाने में अकलतरा टीआई परिवेश तिवारी, पामगढ़ थाना प्रभारी राजकुमार लहरे, एएसआई बी लकड़ा, प्रधान आरक्षक अरूण सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज तिग्गा, आर अखिलेश राय का योगदान था।
पत्नी के अकाउंट में डाला रकम
वारदात को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड प्रमोद नट एवं उनके साथी लूट एवं चोरी की छह वारदात को पहले से अंजाम दे चुके हैं। वे लुतरा सरीफ में ठहरकर आसपास के गांवों में लूट की वारदात को अंजाम देते थे। पामगढ़ में हुई लूट के पहले भी वे लुतरा सरीफ में रुके थे। लूट करने के बाद भी वे वहां जाकर रुके। इसके बाद लूट की रकम 15 हजार रुपए को पहले अपनी पत्नी के अकाउंट में डाल दिया था। शेष रकम को अपने पास रखा था।