यह भी पढ़ें: कोरोना से इतनी बढ़ गई मौतें कि शवों को श्मशान ले जाने कम पड़ गई एम्बुलेंस, करना पड़ा ट्रकों का इस्तेमाल
यह भी पढ़ें: जीवन रक्षक रेमडेसिविर को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया नया ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल, जानिए लेटेस्ट अपडेट
बलौदा का एक 57 साल का पुरूष आईसीयू में 11 अप्रैल से था। उसने भी गुरुवार को दम तोड़ दिया। इसी एक 65 साल पुरूष सीरियस कंडीशन में आया था। आईसीयू में भर्ती करते ही उसकी भी मौत हो गई। सूत्रों का कहना है कि अधिकांश मरीजों को आक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। आक्सीजन नहीं मिलने से उनकी मौतें हो रही है। वहीं हम तीन दिन में मौत के आंकड़ों की बात करें तो 12 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में कोरोना आउट ऑफ कंट्रोल, 13 दिन में 122807 संक्रमित, एक हजार से ज्यादा मौत
कोविड अस्पताल में अधिकांश मरीज आक्सीजन के भरोसे
जिले में 80 साल का सर्वसुविधायुक्त कोविड तैयार किया गया हैं। जहां आक्सीजन, वेंटिलेटर सहित अन्य अत्याधुनिक मशीनें है। यहां हर रोज बेड फुल हो जा रहे हैं। साथ ही अधिकांश मरीज करीब 60 मरीज आक्सीजन के भरोसे हैं। बाकी अन्य वेंटिलेटर व अन्य मशीन के भरोसे हैं। अगर कोई और गंभीर आ रहे हैं तो थोड़ा सामान्य मरीज को आकांक्षा कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा है। गंभीर मरीज को यहां फिर भर्ती किया जा रहा है।