यहां गांव के तालाब से निकलते हैं मगरमच्छ, फिर ग्रामीणों के बीच मच जाती है अफरा-तफरी कोटमीसोनार में लगभग 40 तालाब है इसमें आज भी मगरमच्छ हंै वहीं ग्रामीणों को तालाब में निस्तारी करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। कुछ माह पहले ही आधे दर्जन मगरमच्छ के छोटे-छोटे बच्चे भी मिले थे। यह चार फीट का मादा मगरमच्छ को मुन्ना केंवट, राजा, सत्यवान लहरे, देवीलाल केंवट के द्वारा कड़ी मेहनत से पकड़ा गया। इसके बाद मगरमच्छ संरक्षण पार्क में पशु चिकित्सक द्वारा जांच कर पार्क में छोड़ा गया। चार वर्ष पहले मगरमच्छ पकडऩे वाले ग्रामीणों को प्रोत्साहन राशि दी जाती थी जो अब वन विभाग द्वारा बंद कर दी गई है। ग्रामीणों द्वारा फिर से प्रोत्साहन राशि देने की मांग की है।