गुरुवार अब तक का सबसे गर्म दिन रहा। दोपहर में गर्म हवाएं भी चल रही हैं। दोपहर में शहर की सड़के वीरान नजर आ रही है। भीषण गर्मी के चलते 100 बिस्तर वाले जिला अस्पताल में मरीज बढऩे से बिस्तर भी कम पडऩे लगे हैं। अधिकतर मरीजों को पेट से संबंधित बीमारी से अग्रसित नजर आए। लोग दूषित पानी पीकर बीमार हो रहे हैं।
बारिश व बदली से उमस भरी गर्मी के चलते लोग बीमार हो रहे हैं और रोजाना 30 से 35 मरीज भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं। सप्ताह भर में दो सौ से अधिक मरीज अस्पताल पहुंचे हैं। ओपीडी में रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज इलाज करा कर वापस लौट जा रहे हैं, तो वहीं अस्पताल में 30 से 35 मरीज रोजाना भर्ती हो रहे हैं।
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अधिक मुनाफा के चक्कर में ठेकेदार ने घटिया कॉलम से बना दी कलेक्टोरेट की बाउंड्रीवाल तेज धूप के बाद शाम अचानक बदली छाने से इसका असर भी लोगों की सेहत पर पडऩे लगा है। वहीं शहर में व्यापक साफ.सफाई के अभाव में मच्छर, मक्खी का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे में उल्टी-दस्त जैसी अन्य बीमारियां तेजी से फैल रही है। इसके चलते जिले में बीमार लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। शहर में मौसमी बीमारियों के बढऩे से सैकड़ों की संख्या में मरीज अस्पताल पहुंचने लगे हैं। सूर्यास्त के बाद भी देर शाम तक गर्म हवा के थपेड़े झुलसाते रहते हैं। सुबह नौ बजे से ही बाहर सड़क पर निकलना मुश्किल हो रहा है। पंखे कूलर भी राहत नहीं दे रहे हैं। धूप की चुभन से लोग बेहाल हैं। गर्मी का यह आलम है कि प्यास नहीं बुझ रही है। दोपहर में सड़कों पर कफ्र्यू सा महौल रहता है। शाम छह बजे के बाद ही थोड़ी चहल-पहल दिखती है।