दो माह में खराब लाइट
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि हाईमास्क लाइट दो महीने पहले १४ अप्रैल को लगाई गई थी। इसकी रोशनी पहले दिन से काफी कम थी और चौराहे को कवर नहीं कर पा रही थी, लेकिन किसी ने भी यह नहीं सोचा था कि दो माह बाद लाखों की यह लाइट महज शोपीस बनकर रह जाएगी।
विधायक ने सरपंच से खाया होगा कमीशन
जनपद अध्यक्ष डमरू मनहर ने इस मामले में विधायक और संरपंच की भूमिका पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि विधायक निधि से ये जो कार्य हुआ है वह पैसा ग्राम पंचायत को गया है। इतने कम समय में लाइट खराब हो गई है। इससे साफ है कि विधायक और सरपंच की मिलीभगत है और दोनों ने मिलकर भ्रष्टाचार किया है और जनता के पैसों का बंदरबांट किया है।
-रिषा ठाकुर, सीईओ, जनपद पंचायत पामगढ़ -मुझे इसकी जानकारी मिली है। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में यदि कमी पाई जाती है तो कार्यवाही की जाएगी।
-सागर सिंह राज, अनुविभागीय अधिकारी, पामगढ़