२७ घंटे बाद मिला मासूम का शव
पामगढ़ क्षेत्र के कोसा मानाडेरा एनीकट के तेज बहाव में बह गया साढ़े 4 साल का मासूम रविवार की सुबह २७ घंटे बाद घटना स्थल से छह किलोमीटर दूर मिल गया। एसडीआरएफ की टीम ने मासूम को ढूंढ निकाला।
पामगढ़ क्षेत्र के कोसा मानाडेरा एनीकट के तेज बहाव में बह गया साढ़े 4 साल का मासूम रविवार की सुबह २७ घंटे बाद घटना स्थल से छह किलोमीटर दूर मिल गया। एसडीआरएफ की टीम ने मासूम को ढूंढ निकाला। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
गौरतलब है कि पामगढ़ क्षेत्र के डोंगाकोहरौद गांव का प्रकाश पटेल, मल्हार की ओर से अपने गांव आ रहा था। यहां एनीकट के ऊपर 2 फीट पानी बह रहा है। इस जलमग्न एनीकट को प्रकाश पटेल, अपने परिवार के साथ एनीकट पार कर रहा था। प्रकाश पटेल बाइक की टंकी में अपने 4 साल के बेटे शुभम को बिठाया था और पत्नी पीछे थी। एनीकट के ऊपर तेज बहाव में कुछ दूर जाते ही बाइक नहीं सम्भली और बाइक समेत प्रकाश उसका बेटा शुभम एनीकट से लीलागर नदी में गिर गए। इस दौरान प्रकाश पटेल तैरकर निकल गया लेकिन साढ़े 4 साल के शुभम का कोई पता नहीं चला। बाद में पुलिस की टीम गोताखोरों के साथ मासूम की तलाश की लेकिन शनिवार की शाम तक मासूम का पता नहीं चला। बड़ी मुश्किल से एसडीआरएफ की टीम जब रविवार को भी दिन भर मासूम की तलाश की तो घटना स्थल से छह किलोमीटर दूर शुभम का शव एक झाड़ी में फंसा हुआ मिला। शव को निकालकर उसके परिजनों को सौंपा गया।
पिता की ही लापरवाही आई सामने
बताया जा रहा है कि इस पूरे घटनाक्रम में पिता की ही लापरवाही सामने आई। क्योंकि दो फीट की पानी में पूरे परिवार को बाइक में बिठाकर प्रकाश को एनीकट पार नहीं करना था। चार साल का मासूम को बाइक की टंकी में बिठाकर पार करना भी खतरे से खाली नहीं था। आखिरकार पिता ने मासूम को अपने हाथों में ही खो दिया।
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