विधानसभा में डाॅ. रमन सिंह द्वारा अपने ही कार्यकाल के दौरान आईएएस अधिकारियों के विदेश यात्रा को लेकर पूछे गए प्रश्न में वे स्वयं ही बूरी तरह फंस गए हैं। उन्होंने पिछले 15 सालों में उनकी सरकार में उन्ही की सेवा में लगे अधिकारियों की निष्ठा पर सवालिया निशान लगाया है। इसी तरह डाॅ. रमन सिंह विधानसभा में एक और प्रश्न नाॅन घोटले पर भी पूछ गए अपने ही प्रश्न पर स्वंय ही घिर गए।
जिसमें उन्होंने पूछा था कि हाईकोर्ट में दायर नान प्रकरण में पीआईएल में शासन ने किन किन निजी वकीलों को नियुक्त किया है। क्या इनके लिए शासकीय विमान का उपयोग किया गया है। यह प्रश्न भी डाॅ. सिंह पर भारी पड़ गया जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जबाव में यह कहा कि नाॅन की डायरी में सीएम सर, और सीएम मैडम कौन है, यह जानने के लिए हमने एसआईटी का गठन किया है। पहले इस मामले की पूरी जांच होगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।