इसकी जानकारी होने पर नगर के पार्षद दिलीप चंद्रा ने रात एक बजे के करीब डॉ. शशि प्रभा बंजारे को फोन कर इसकी जानकारी दी मगर डॉ. शशि प्रभा को रात में फोन करना नागवार गुजरा और उनके द्वारा अभी इलाज नहीं करने की बात कह दी और कहा कि मैं अभी आती हूं और तो मरीज को रेफर करने की बात कही।
इधर प्रसूता की प्रसव पीड़ा बढ़ती जा रही थी। इसके बाद सुबह 5 बजे जब डॉक्टर को फोन करके जानकारी दी गई और इलाज की निवेदन करने पर वह भड़क गई और परिजन को ही बरस पड़ी। दोनों पक्ष में विवाद बढ़ गया और मरीज को जैजैपुर से रेफर कर दिया गया। इधर दोनों पक्षों ने मामले की शिकायत थाना में दर्ज कराई है।