आदिवासी की जमीन पर जबरन कब्जा, न्याय पाने भटक रहा प्रताप
दबंगों ने एक गरीब आदिवासी की जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया है। इससे सालों से न्याय पाने आदिवासी दफ्तरों का चक्कर काट रहा है। फिर भी उसको न्याय नहीं मिल पा रहा है। फिर एक बार कलेक्टर से शिकायत कर अपनी जमीन को वापस करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है।
बलौदा विकासखंड के गांव चारपारा निवासी आदिवासी प्रताप सिंह कंवर का पैतृक भूमि खसरा नंबर ९४३.२, ११७६.१ रबका ०.२२८ हेक्टेयर है। जिस पर काबिज होकर अपना जीवन यापन करते तथा अपने परिवार का पालन पोषण करते आ रहा है। प्रताप सिंह ने कलेक्टर को सौपे ज्ञापन के अनुसार बताया कि गांव के ही कृष्ण कुमार गुप्ता व रामसनेही पटेल द्वारा एक राय होकर निजी भूमि पर कब्जाकर अवैध निर्माण कर काबिज कर रहे हैं। प्रताप को उसकी ही जमीन से बेदखल किया जा रहा है। रोकने पर गाली-गलौच तथा मार डालने की धमकी भी दिया जा रहा है। उनके खिलाफ कानून का सहारा लेने पर फर्जी दस्तावेज लेकर मेरी निजी भूमि को सरकारी भूमि कहकर प्रचारित कर रहे हैं। अधिकारियों को अपने पैसे की शह पर बरगला रहे हैं। जिससे प्रताप को उचित न्याय नहीं मिल पा रहा है। इस जमीन का प्रताप सिंह द्वारा सीमांकन भी कराया गया है, जिसमें निजी जमीन होकर इन दोनों बेजाकब्जा किया जाना सिद्ध भी हो गया है। इसकी शिकायत तहसील आफिस में किया गया है। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीेें हो रही है। उन्होंने बताया कि मेरी ही जमीन की वापसी के लिए विभिन्न मामले मुकदमे में उलझाता जा रहा है। इसके बाद प्रताप सिंह कंवर ने सोमवार को कलेक्टर से शिकायत कर अपनी जमीन वापस करने की मांग का ज्ञापन सौंपा गया है।
आदिवासी के खिलाफ ही उल्टा दबंगो ने कर दिया शिकायत
इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि आदिवासी के जमीन पर कब्जा करने वाले दबंगों ने उल्टा सरकारी जमीन होने का हवाले देते हुए शिकायत किया गया था। जिसमें जांच के लिए पटवारी, आरआई सहित टीम पहुंचे थे। उन्होंने जांच के बाद उस जमीन को निजी प्रताप सिंह कंवर का होना बताया है। इसके बाद भी दबंग लोग कब्जा को नहीं छोड़ रहे है।
Home / Janjgir Champa / आदिवासी की जमीन पर जबरन कब्जा, न्याय पाने भटक रहा प्रताप