ज्ञात हो कि खनिज विभाग जिले के आउटर में बैरियर बनाकर खनिज संपदा के परिवहन की जानकारी जुटाने का काम करती है। वहीं यह भी चेक करना रहता है कि वाहनों में लोड खनिज संपदा का रायल्टी कटा है या नहीं, लेकिन खनिज अफसरों की सह पर खनिज विभाग के मैदानी स्तर के कर्मचारी केवल मोटी रकम वसूली का काम करते हैं। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद भी खनिज अफसर इस दिशा में कारगर कदम नहीं उठा रहे हैं। जिसके चलते विभागीय अफसर बदनाम है।
वीडियो बनाया और किया वायरल
कुछ इसी तरह की वसूली से परेशान ट्रक चालक ने खनिज विभाग के काले करतूतों की वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया। इस वीडियो को देखकर खनिज विभाग के अफसरों की आंख खुली और उन्होंने बैरियर में तैनात कर्मचारी खनिज सिपाही को दफ्तर तलब कर दिया है। इसके अलावा नगरसैनिकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी उच्चाधिकारियों को पत्र लिया है।
सालाना 50 लाख की वसूली का टारगेट
बताया जा रहा है कि बलौदा क्षेत्र में हर रोज 200 से 300 कोयला वाली ट्रकें पार होती है। जिनसे रिकार्ड में 20 से 30 रुपए की वसूली की जाती है। यदि कोई ट्रक वाला ज्यादा नेतागीरी करता है तो उसकी राशि बढ़ जाती है। ऐसे ट्रक चालकों से 100 से 200 रुपए वसूल की जाती है। यदि एक दिन में 15 से 20 हजार रुपए की वसूली हो रही है तो साल में यह रकम 50 लाख रुपए का आंकड़ा पार कर रहा हैै। इतनी रकम को खनिज विभाग के अफसर अंदर कर देते हैं। जबकि नियम के मुताबिक ऐसी वसूली का कोई प्रावधान नहीं है।