शिक्षा सत्र को छह माह बीत गए लेकिन सरकार स्कूली छात्राओं को साइकिल का वितरण अब तक नहीं कर पाई। शासन जब साइकिल वितरण का प्लानिंग कर रही थी तब आचार संहिता का ग्रहण लग गया। आचार संहिता की वजह से छात्राओं को साइकिल वितरण में दो माह बेवजह देर हो गया। अब शासन ने इसके लिए फिर नई सूची मंगा ली है। सबकुछ ठीक रहा तो दिसंबर के अंत या जनवरी के शुरूआत में छात्राओं को सरस्वती योजना की साइकिल वितरण कर दिया जाएगा। स्कूल जाते वक्त छात्राओं के पांव में छाले न पड़े इसके लिए सरकार हर साल कक्षा नवीं की स्कूली छात्राओं को सरस्वती योजना के तहत साइकिल प्रदान करती है।
योजना बीते एक दशक से चली आ रही है। दिलचस्प बात यह है कि सरकार छात्राओं को साइकिल जरूर बांटती है, लेकिन छात्राओं को साइकिल मिलते -मिलते शिक्षा सत्र भी बीत जाता है। इस साल छात्राओं को जब साइकिल वितरण का समय आया तो आचार संहिता का ग्रहण लग गया। इस कारण छात्राओं को साइकिल मिलने में देर हो गया।
तीन हजार रुपए की दर मिलेगी साइकिल
हाल ही में योजना के तहत साइकिल वितरण के लिए ताजा आदेश आया है जिसमें छात्राओं की दर्ज संख्या की ताजा जानकारी मांगी गई है। इस हिसाब से साइकिल वितरण की दिशा में सुगबुगाहट माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि सरकार स्कूली छात्राओं को 3134 रुपए के हिसाब से साइकिल प्रदान करेगी। इसके लिए किस कंपनी की साइकिल देगी यह भी तय नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि कंपनी का नाम प्रदेश स्तर से तय की जाती है। इसकी सप्लाई भी प्रदेश स्तर से किया जाता है।
साढ़े 11 हजार छात्राएं चिन्हांकित
जांजगीर चांपा शैक्षणिक जिले में 6835 स्कूली छात्राओं का नाम स्कूलों में दर्ज किया गया है। इसी तरह तकरीबन पांच हजार छात्राएं शैक्षणिक जिला सक्ती में पात्र हितग्राहियों को साइकिल मिलनी हैं। यानी दोनों जिला मिलाकर तकरीबन साढ़े 11 हजार छात्राओं को सरस्वती की साइकिल मिलना है। छात्राओं को साइकिल वितरण की दिशा में सरकार ने पहल की है और दिसंबर के अंत में छात्राओं को साइकिल वितरण कर दिया जाएगा। बहुत अधिक हुआ तो जनवरी के अंत तक साइकिल वितरण कर दिया जाएगा।
-सरस्वती साइकिल वितरण योजना की साइकिल वितरण के संबंध में राज्य शासन से ताजा जानकारी मांगी गई है। जिसे देखते हुए लग रहा है कि दिसंबर के अंत या जनवरी के प्रथम सप्ताह तक छात्राओं को साइकिल का वितरण कर लिया जाएगा।
-डीके कौशिक, डीईओ