पुलिस के मुताबिक कोरबा रोड सक्ती निवासी उमेश कुमार अग्रवाल कीटनाशक दवा व्यवसायी है। 17 अगस्त को वह अपने पिकअप क्रमांक सीजी 11 एएन 3005 में कीटनाशक दवा लेकर ग्राहकों को देने के लिए अपने सेल्समेन भोजसिंह चौहान को भेजा था। भोज सिंह बरगढ़ चंद्रपुर होते हुए दवा बिक्री की रकम आठ लाख रुपए लेकर वापस लौट रहा था।
शिकायतकर्ता का कहना है कि भोज सिंह टेमर स्टेडियम के पास उससे आठ लाख रुपए की लूट हो गई कहकर अफवाह फैला दिया। इससे सक्ती क्षेत्र में देर रात तक सनसनी फैली रही। मामले की सूचना पुलिस तक पहुंची। इधर पुलिस लूट (Loot) की घटना का सुराग लगाने के लिए भागदौड़ शुरू कर दी।
पुलिस ने सबसे पहले भोजसिंह को अपने कब्जे में लेकर पूछताछ शुरू की, लेकिन व्यवसायी उमेश कुमार अग्रवाल के मुताबिक यह मनगढ़ंत कहानी है। व्यवसायी का कहना है कि सेल्समेन भोजसिंह ने खुद रकम गबन कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले में उलझी हुई है। पुलिस ने धारा 406 के तहत जुर्म दर्ज कर जांच कर रही है।
यह लिखाई थी रिपोर्ट
पुलिस के मुताबिक भोज सिंह कीटनाशक दवा लेकर ड्राइवर संतकुमार सिदार, खलासी विनोद यादव एवं सेल्समेन भोजसिंह चौहान बरगढ़ की ओर गए थे। आठ लाख रुपए को कार्टून के एक डिब्बे में रखकर वापसी के दौरान टेमर रोड में स्टेडियम के पास हैंडपंप के नजदीक बैठकर तीनों शराब पी रहे थे। इसी दौरान एक हेलमेट पहना बाइक चालक वहां रुका और कार्टून के एक डिब्बे में रखे आठ लाख रुपए को लेकर भाग निकला। यह जानकारी उसने अपने मालिक उमेश अग्रवाल को दी। उमेश का कहना है कि यह कहानी अविश्वसनीय है। उसे भोजसिंह पर पूरा शक है। उससे लूट नहीं हुई है बल्कि वह खुद इतनी रकम को गबन कर लिया है। जिसकी रिपोर्ट दर्ज किया जाए।
मामला पूरी तरह से उलझा
पुलिस इस मामले में पुरी तरह से उलझ गई है। संदेही भोजसिंह का कहना है उससे आठ लाख की लूट हुई है। इधर पुलिस संदेही से पूछताछ करने के बजाए दवा व्यवसायी से दवा के कागजात की मांग कर रही है। आखिर इतनी मात्रा में दवा की बिक्री कैसे हो गई और रकम की वसूली कैसे हो गई। इधर संदेही भोज सिंह भी गोलमोल जवाब दे रहा वहीं दवा व्यवसायी भी कागजात पेश नहीं कर पा रहा। ऐसे में पुलिस के लिए यह मामला सिरदर्द बन गया है।
-मामले की जांच पड़ताल लगातार की जा रही है लेकिन नतीजा तक नहीं पहुंचे हैं। दवा व्यवसायी की रिपोर्ट पर संदेही से पूछताछ की जा रही है, वहीं व्यवसायी से दवा के कागजात मांगे गए हैं- अमित पटेल, एसडीओपी