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खुले आसमान के नीचे मरीजों के परिजनों को बनाना पड़ रहा भोजन, ये है वजह…

locationजांजगीर चंपाPublished: Oct 20, 2019 06:34:35 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

District Hospital: दूर-दूर से मरीज को लेकर आए परिजनों को जिला अस्पताल में इन दिनों काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। खुले आसमान के नीचे भोजन बनाने को परिजन मजबूर हैं…

खुले आसमान के नीचे मरीजों के परिजनों को बनाना पड़ रहा भोजन, ये है वजह...

खुले आसमान के नीचे मरीजों के परिजनों को बनाना पड़ रहा भोजन, ये है वजह…

जांजगीर-चांपा. जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को तो अस्पताल प्रबंधन द्वारा भोजन उपलब्ध कराया जाता है लेकिन मरीजों के साथ रहने वाले परिजनों को खाने की व्यवस्था खुद करनी पड़ती है। ऐसे में यहां अस्पताल परिसर में पुलिस चौकी के किनारे एक किनारे में अस्थायी रूप से रसोई घर बनाया गया था। ऊपर शेड होने से यहां खाना बनाने में परिजनों को सहूलियत होती थी लेकिन पिछले दिनों उक्त रसोई घर को हटाकर वहां स्पर्श क्लीनिक के लिए भवन का निर्माण कराया जा रहा है। इससे परिजनों को काफी परेशानी हो रही है।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि वहां पर ही एक स्थान पर शेड और अहाता बनाकर दिया जाएगा ताकि परिजन उसका उपयोग रसोई घर के रूप में कर सकेंगे। ठेकेदार द्वारा स्पर्श क्लीनिक के लिए गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है और निर्माण कार्य ही बंद है। ऐसे में अभी मरीजों के परिजनों कों वहां पर ही खुले आसमान के तले खाना बनाना पड़ रहा है।
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अटल समरसता भवन भी नहीं बचा
यहां मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए 49 लाख रुपए की लागत से अटल समरसता भवन भी बनाया गया था। लेकिन इसका उपयोग नहीं होने का हवाला देकर अस्पताल प्रबंधन ने इसे आयुष विंग बना दिया गया। ऐसे में मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए भी वर्तमान में कोई ठिकाना नहीं है। इसके पीछे अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अटल समरसता भवन में वैसे भी मरीज के परिजन ठहर नहीं रहे थे जिससे इसका उपयोग नहीं हो रहा था। जिसके चलते यहां आयुष विंग को शिफ्ट किया गया है।

-स्पर्श क्लीनिक के लिए वहां पर भवन का निर्माण कराया जा रहा है। साथ ही वहां पर एक शेडयुक्त जगह का भी निर्माण कराएंगे जिससे मरीजों के परिजन को उचित व्यवस्था बन सके। हालांकि निर्माण कार्य अभी बंद है इसलिए देरी हो रही है। डॉ. बीपी कुर्रे सिविल सर्जन
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