19 थानों में लावारिश हालत में पड़ीं 745 से अधिक मोटरसाइकिलें होंगी नीलाम
जिले के १९ थानों में पिछले दो दशकों से लावारिश हालत में पड़ी मोटरसाइकिलें अब नीलाम होंगी। एसपी विजय अग्रवाल ने बीते एक माह में सभी गाडिय़ों को पुलिस लाइन में मंगाकर इसे नीलामी की कार्रवाई कराएंगे।
थानों में खड़ी कंडम वाहनें
जांजगीर-चांपा। इससे एक ओर शासन को राजस्व की प्राप्ति भी होगी तो वहीं थानों में खड़ी खड़ी कंडम हो रही वाहनें लोगों को हाथों में जाएगी तो इसका इस्तेमाल भी हो सकेगा। हालांकि बहुत सी गाडिय़ों के पाटर््स खराब हो चुके हैं, लेकिन कई गाडिय़ां ऐसे भी हैं जो नई हैं और लोगों के काम आ सकती है। इसके लिए पुलिस प्रशासन की ओर से आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। संभवत: सोमवार को इसके लिए इस्तहार प्रकाशन भी किया जा सकता है। फिर आगे की कार्रवाई होगी।
आपको बता दें कि, अपराध से जुड़ी मोटरसाइकिलें लंबे समय तक थानों में पड़ी-पड़ी कंडम हो जाती है। जब तक कोर्ट से मामलों का निराकरण नहीं हो जाता तब तक गाडिय़ां थानों में ही पड़ी होती है। अधिकतर गाडिय़ों से पार्ट्स भी गायब हो जाता है। क्योंकि आसपास के लोग ही बाइक के अच्छे पार्र्ट्स को निकालकर इस्तेमाल कर लेते हैं। जिले के १९ थानों में २० से २५ सालों से खड़ी ऐसी ७०० से अधिक गाडिय़ों को अब नीलाम किया जाएगा। १९ थानों में पड़ी ऐसी गाडिय़ों को इकट्ठा करने में पुलिस को एक माह का समय लगा था।
आबकारी के ४५ गाडिय़ां होगी राजसात
थानों में पड़ी ४५ गाडिय़ां ऐसी है जो आबकारी के प्रकरण में अंदर है। ऐसी गाडिय़ों को राजसात किया जाएगा। इसके लिए राज्य शासन से अनुमति लेनी पड़ी है। शासन ने राजसात के आदेश भी दे दिए हैं। बाकायदा ईस्तहार प्रकाशन के बाद इसे राजसात की कार्रवाई की जाएगी।
रायपुर में ९५० तो जशपुर में २५० गाडिय़ों को कराया था नीलाम
एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि इससे पहले वे जब रायपुर में पदस्थ थे तब ९५० वाहनों को नीलाम कराया था। इसके बाद जब वे जशपुर एसपी थे तो २५० लावारिश वाहनों को नीलाम कराकर राज्य शासन के खाते में बड़ी रकम जमा कराई थी। इसी तरह अब जांजगीर में भी ७४५ से अधिक गाडिय़ों को नीलाम कराएंगे।
सर्वाधिक गाडिय़ां क्राइम ब्रांच की टीम ने जब्त की थी
आज से ठीक सात-आठ साल पहले तत्कालीन क्राइस ब्रांच प्रभारी राजेश मिश्रा के नेतृत्व में एक साथ ९५ गाडिय़ां जब्त की गई थी। जिसमें कई वाहनें बिर्रा थाना क्षेत्र के थे। जिसमें एक गिरोह काम करता था। जो चोरी की बाइक की खरीदकर औने पौने दामों में बेचा करता था। जिसमें आधा दर्जन आरोपियों के नाम सामने आए थे। उस वक्त क्राइम ब्रांच टीम की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही थी।
अब भी सैकड़ों गाडिय़ां थानों में है जब्त
वर्तमान में भी जिले के १९ थानों में सैकड़ों ऐसी गाडिय़ां है जिनका केस चल रहा है। केस चलने की वजह से थानों में कंडम स्थिति में पड़ी है। यदि ऐसे वाहनों को भी गिना जाए तो इतनी गाडिय़ां और निकल जाएगी। लेकिन जब तक केस क्लीयर नहीं हो जाता तब तक ऐसी गाडिय़ों को कोई छू भी नहीं सकता। क्योंकि उक्त वाहनें कोर्ट के सुपुर्द रखा होता है।
वर्जन
जिले के विभिन्न १९ थानों में २० से २५ सालों से पड़ी ७४५ से अधिक वाहनों को नीलाम किया जाएगा। इसके लिए राज्य शासन से अनुमति ली जा चुकी है। आने वाले दिनों में इसे नीलाम करेंगे। सर्वाधिक गाडिय़ां ४५ के करीब आबकारी के प्रकरणों में है। इसे राजसात भी किया जाएगा।
-विजय अग्रवाल, एसपी