सबसे अधिक कोतवाली थाने में पेंडेंसी
जिले के 22 थानों में सबसे अधिक पेंडेंसी कोतवाली थाने में है। यहां 209 मामले पेंडिंग है। यदि नैला चौकी को जोड़ दिया जाए तो यहां की पेंडेंसी 261 का आंकड़ा छू जाएगा। कोतवाली में सबसे अधिक धारा 420 के अपराध पेंडिंग है। यहां पहले चिटफंड का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था। अधिकतर मामले चिटफंड (Chitfund) के हैं। इसके अलावा एटीएम फॉड के मामले पेंडिंग है।
हत्या के मामलों ने उलझाया
1425 अपराध में अधिकतर मामले हत्या के हैं। होता यह है कि कई ब्लाइंड मर्डर होते हैं। जिसमें पुलिस को सुराग नहीं मिल पाता। कई मामलों में मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाती। जिसके चलते मामला उलझ जाता है। जब तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाती तब तक केस की जांच नहीं हो पाती। जिससे मामला पेंडिंग रहता है।
दिसंबर महीने में होती है भागदौड़
दिसंबर माह में पुलिस को पेंडेंसी निपटाने का टारगेट दिया जाता है। जिसमें पुलिस भागदौड़ करती है। क्योंकि इस माह में पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रत्येक थाना प्रभारियों को पेंडेंसी निपटाने अल्टीमेटम दिया जाता है। नियम का कड़ाई से पालन करने कहा जाता है। जिसके हिसाब से थाना प्रभारी काम करते हैं और अधिकतर पेंडेंसी निपटाते हैं।
263 मामले ने भी पुलिस को उलझाया
जिले में नाबालिगों का हर रोज अपहरण हो रहा है। मोबाइल के युग में नाबालिग लड़कियां अपने पुरूष मित्रों के झांसे में आकर घर से निकल रहीं हैं। ऐसे जोड़े जम्मू-कश्मीर की ओर भाग निकलते हैं। ऐसे लोगों की तलाश करना पुलिस के लिए चुनौती बन जाती है। हालांकि ऐसे लोगों का सुराग मिलने पर पुलिस टीम बनाकर उक्त स्थानों में दबिश देती है, लेकिन बहुत से मामले नहीं सुलझ पाते।
कहां कितनी पेंडेंसी
जांजगीर थाना -209
नैला थाना- 52
बलौदा थाना- 44
पंतोरा थाना- 10
अकलतरा थाना- 91
मुलमुलाथाना- 40
पामगढ़थाना- 90
शिवरीनारायणथाना- 118
नवागढ़थाना- 62
चांपाथाना- 101
बम्हनीडीहथाना-20
सारागांवथाना- 16
बम्हनीडीहथाना-71
नगरदाथाना-15
बिर्राथाना-31
जैजैपुरथाना-35
हसौदथाना-34
सक्तीथाना-132
मालखरौदाथाना-78
डभराथाना-145
चंद्रपुरथाना-21
यातायातथाना-10
योगथाना-1425