अभियोजन के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के गांव मुनुंद निवासी कलिन्द्री बाई एक 8 साल व एक 6 साल बच्ची की मां ने 4 दिसंबर 2018 कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई। गांव का ही अंशु उर्फ आकाश (19) द्वारा पिछले एक साल से सूनेपन का फायदा उठाते हुए दुष्कर्म कर रहा था। दो दिसंबर 2018 को शाम 6.30 बजे वह आंगन में बर्तन साफ कर रही थी। दोनों मासूम बच्ची घर में टीवी देख रही थीं। इसी दौरान अंशु राठौर आया और टीवी देखने लगा। कुछ देर बाद उसकी लड़की के चिल्लाने की आवाज आई। आवाज सुनकर खिड़की से झांककर देखा तो अंशु उसकी पुत्री के साथ दुष्कर्म कर रहा था। तब वह बच्चों से बात की तो दोनों ने उसे सारी बात बताई। सूचना पर पुलिस ने धारा 376 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था।
टिकटॉक में प्रेमिका का किसी दूसरे लड़के साथ वीडियो देख बौखलाए प्रेमी ने रची थी हत्या की साजिश विवेचना पश्चात अभियोग पत्र न्यायालय को सौंपा गया। जिस पर विशेष न्यायाधीश उदयलक्ष्मी सिंह परमार द्वारा आरोपी अंशु राठौर को धारा 376 (3) के तहत 20 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही एक हजार रुपए के अर्थदंड से दंडित किया गया। अर्थदंड की राशि नहीं पटाने पर तीन माह के अतिरिक्त कारावास भुगतने का आदेश दिया है। अभियोजन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक चंद्रप्रताप सिंह ने पैरवी की।