शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहक भी नमक तलाशते शहर के दुकानों में पहुंच गए। कई फुटकर विक्रेता भी नमक का स्टॉक एडंवास में रखने के लिए बोरी-बोरी नमक की डिमांड करते दिखे, लेकिन दुकानदारों ने भी बढ़ी हुई बिक्री को देखते हुए देने से मना कर दिया। कहीं न कहीं व्यापारियों को ऐसा लग रहा है कि सही में नमक की सप्लाई प्रभावित हुई तो फिर महंगे दाम में माल आएगा। इस बात का फायदा उठाते हुए कुछ दुकानदार दोगुने रेट में नमक बेचा। इधर बिक्री को देखते हुए दुकानदारों ने भी थोक डीलर्स के पास ज्यादा माल की डिमांड करनी शुरु कर दी है, जो व्यवसायी अब तक 10 से 15 बोरी डिमांड करते थे वे अब एकाएक 50 से 60 बोरी तक मांग रहे हैं। हालांकि शहर के थोक डीलर्स का कहना है कि नमक की कोई कमी नहीं है। महज अफवाह के चलते लोग ऐसा कर रहे हैं जो गलत है।
खपत 2 से 3 किलो, लेकिन 5 से 10 किलो ले गए
शहर के करीब चार से पांच किराना व्यवासियों से इस संबंध में चर्चा की गई तो चौंकाने वाली बात सामने आई कि मंगलवार को सबसे ज्यादा बिक्री नमक की हुई। व्यावसाइयों ने बताया कि मासिक सामान लेने वाले परिवार जो माह में 2 से 3 किलो नमक लेते थे वे भी 5 से 10 किलो नमक ले गए। इधर ग्रामीण क्षेत्र के फुटकर व्यवसायी भी नमक लेने यहां पहुंचे और बोरी-बोरी नमक की मांग कर रहे थे। व्यवासियों ने बताया कि देर शाम तक नमक की बोरी में दाम बढऩे की जानकारी भी आ रही है। अब जब माल आएगा तो स्थिति स्पष्ट होगी कि दाम बढ़े हैं या नहीं।
कहीं कोई शार्टेज नहीं, महज अफवाह
इस संबंध में पत्रिका ने गल्ला किराना व्यापारी संघ नैला-जांजगीर के अध्यक्ष और निरमा नमक के थोक डीलर्स नरेन्द्र पालीवाल से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि नमक की कहीं कोई शार्टेज नहीं है, लोग केवल अफवाह में आकर ज्यादा नमक खरीद रहे हैं। अभी भी पर्याप्त स्टॉक रखा हुआ है। दो दिन बाद 300 बोरी नमक का स्टॉक और आने वाला है और उसके बाद 3000 बोरी और आएगी। कहीं कोई कालाबाजारी नहीं है। लोग उनके यहां आकर भी नमक खरीद सकते हैं। 12 रुपए किलो में नमक मिलेगा। एक परिवार अधिकतम 5 किलो तक नमक ले सकते हैं। एसोसिएशन से जुड़े सभी व्यवसासियों के पास भी नमक का स्टॉक है।