तांत्रिक ने महिला से कहा- घर में बुरी आत्मा, इसलिए झगड़ता है पति, फिर जो हुआ उसे जानकर हैरान हो जाएंगे आप, पढि़ए पूरी खबर… शिकायतकर्ता दिलहरण राठौर ने आरोप लगाया है कि यहां के पटवारी, संस्था प्रबंधक व अध्यक्ष ने मिलकर वर्ष 2016 से वर्ष 2019 तक लगभग 150 किसानों के नाम पर रकबा में हेर-फेर कर अधिक मात्रा में पंजीयन कराकर धान खरीदी की गई है। ऐसे में शासन एवं समिति को आर्थिक नुकसान हो रहा है। शिकायतकर्ता ने ऐसे 21 किसानों की सूची कलेक्टर को उपलब्ध कराई है जिसमें खुलकर गड़बड़ी की गई है। इतना ही नहीं ऐसे 19 किसानों के बी-वन खसरा भी संलग्न किया गया है।
इन मृत किसानों के नाम बिका धान
सारागांव के किसान दिलहरण राठौर का आरोप है कि वर्ष 2018-19 की धान खरीदी में सारागांव के लालमति यादव पति अघोरी यादव की मृत्यु 20 जून 2018 को हो चुकी है और इसके नाम से 104 क्ंिवटल धान की खरीदी हुई है। वहीं मकुंद राम पिता सूरित राम यादव की मृत्यु 9 जनवरी 2018 को हो चुकी है। इसके नाम से 45 क्ंिवटल धान की खरीदी हुई है। इसी तरह रामदीन राठौर पिता प्रेमलाल की मृत्यु २ सितंबर 2018 को हो चुकी है। इसके नाम से सोसायटी में 44 क्ंिवटल धान (Paddy) की खरीदी की गई है।
-सारागांव सोसायटी (Saragao Society) में मृत व्यक्ति के नाम धान बिक्री की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा होगा तो जानकारी लेकर संबंधित पर कार्रवाई किया जाएगा – कमल सिंह ठाकुर, नोडल अधिकारी, जिला सहकारी बैंक