अस्पताल बदहाली में जैसे तैसे चल रहा है। यहां एक डॉक्टर, डॉ.अन्विता ध्रुव एमबीबीएस मेडिकल ऑफीसर ही पदस्थ हंै। जो सभी समस्याओं से अकेली जूझती रहती हैं। एक कम्पाउंडर, एक ड्रेसर के सहारे 24 घण्टे ड्यूटी दे रही हैं। अस्पताल में 102 महतारी एक्सप्रेस भी है। जो कभी भी किसी भी वक्त डीलवरी जैसे केस ले आती है। स्टाफ की कमी की वजह से यहां डीलवरी का टारगेट हर माह पूरा नही हो पाता है।
अन्य आपातकालीन मामले भी 24 घण्टे आते जाते रहते हैं। इसके पश्चात डॉक्टर के लिये मुलाहिजा पोस्ट मार्टम पेशी दौरा मीटिंग आदि का काम एक डॉक्टर के भरोसे चलता है। घर पर समय देना छुट्टी पर जाना जैसी जिम्मेदारी एक डॉक्टर पर भारी पड़ रहा है। ऐसे में डॉक्टर की अनुपस्थिति में कोई केस या मरीज आता है तो उसे बाहर रेफर करना पड़ता है। यहा डॉक्टर नहीं होने से आपात स्थिति में मरीजों को भटकना पड़ता है।
स्टाफ के अभाव में लाचार अस्पताल– डॉक्टर स्टाफ व अन्य सुविधाओ की कमी निरन्तर चली आ रही है। फिर भी शासन और प्रशासन के लोग मौन है। वहीं जनता परेशान है। टेम्पल सिटी शबरी धाम नगर शिवरीनारायण जहां स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर झुन-झुना साबित हो रहा है।
यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मांग– पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल द्वारा यहां 30 बिस्तर अस्पताल की की घोषणा की गई थी। जो अब तक पूरा नही हो पाया है। इसकी वजह से मरीजों को भटकना पड़ता है। पर्याप्त बेड नहीं होने से अस्पताल मे मरीजों को बेड के बजाय जमीन में लेटाकर इलाज कराना पड़ता है। यहां मंत्री की घोषणा रद्दी की टोकरी में पड़ी है।
पत्राचार किया गया– शिवरीनारायण के अस्पताल में सुविधा बढाने शासन से पत्राचार किया गया है। जब बजट आयेगा तब सुविधायें बढ़ाई जायेंगी।
-डॉ विजय प्रकाश, सीएमएचओ