विदित हो कि विभिन्न चैनल कंपनी के द्वारा एग्रीमेंट कर उनकी निर्धारित फीस अदा करने के बाद स्थानीय स्तर पर केबल नेटवर्क में चैनलों का प्रसारण किया जाता है। लेकिन जांजगीर की जेसीएन कंपनी के संचालकों द्वारा संबंधित कंपनी को अंधेरे में रखकर न तो एग्रीमेंट के तहत उनकी फीस पटाई जा रही थी और न ही इसकी सूचना कंपनी को दी थी। बल्कि किसी माध्यम से कॉपीराइट कर उन चैनलों का प्रसारण केबल में बाकायदा किया जा रहा था।
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बीते साल खत्म हो चुका है एग्रीमेंट
कोतवाली पुलिस ने बताया कि चैनल कंपनी का जेसीएन कंपनी का कांट्रैक्ट एक जुलाई 2017 से खत्म हो चुका था। इसके बाद भी जेसीएन कंपनी बिना एग्रीमेंट के चोरी छिपे गैरकानूनी तरीके से कॉपीराइट कर शहर में इस कंपनी के चैनलों का प्रसारण किया जा रहा था। वहीं उपभोक्ताओं से बतौर फीस पूरी ली जा रही थी। फीस की रकम केबल नेटवर्क संचालकों द्वारा हजम करने की बात कही जा रही थी। जबकि प्रत्येक चैनलों की फीस निर्धारित है। फीस अदा करने के बाद ही चैनलों का प्रसारण किया जा सकता है।
कंपनी को लाखों का नुकसान
बिना किसी एग्रीमेंट के स्टार चैनलों का प्रसारण शहर में हो रहा था। केबल नेटवर्क के संचालक विभिन्न चैनलों की फीस लेकर उपभोक्ताओं को टीवी में चैनलों का लाभ जरूर दे रहे थे। लेकिन कंपनी को पैसा नहीं पटा रहे थे। इससे कंपनी को सालाना लाखों का नुकसान हो रहा था। कंपनी को जब नुकसान होते दिखा। तब उन्होंने इस कारोबार का संज्ञान लिया और मामले की रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी। उसके बाद यह कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई के बाद शहर में संबंधित केबल कंपनी को लेकर चर्चा है।
-जितेंद्र चंद्राकर, डीएसपी जांजगीर