करते हैं आनलाइन खरीदी : ठगी की इस हाईटेक तकनीक आधुनिक सुविधाओं का ही दुष्परिणाम है जिसमें एटीएम से संबंधित जानकारी उपभोक्ताओं से फोन के माध्यम से ले ली जाती है। उपभोक्ताओं के फोन नंबर संबंधित कंपनियों के माध्यम से अपराधियों को मिल जाते हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से भी अधिकांश लोगों को फोन नंबर मिल जाती है। अपराधी इसमें नकद आहरण नहीं करते हैं बल्कि एटीएम के पासवर्ड सहित कुल तीन प्रकार के कोड मिल जाने पर ऑनलाइन खरीदी के लिए एटीएम कार्ड की जरूरत नहीं पड़ती है और अपराधी ठगी के शिकार हुए उपभोक्ताओं के पैसे से महंगी चीजों ऑनलाइन खरीद लेते हैं।