पूरी रात चला कव्वाली का चलता रहा दौर : कव्वाली की शुरूआत मुंबई के कव्वाल आरिफ नांजा ने की और उन्होंने खुदा की शान में हम्द और नाते रसूल पेश की। मुजफ्फरपुर की कव्वाला रौनक परवीन ने खुदा की शान में मैं क्या बताऊं वो कितने करीब है मेरे, मेरा ख्याल भी उसको सुनाई देता है पढ़ा। इसके बाद रौनक परवीन ने नाते रसूल और ख्वाजा गरीब नवाज की शान में मनकबद पढ़ा। आरिफ नांजा ने अपने दूसरे दौर की प्रस्तुति में ख्वाजा हिंदल वली हो निगाहें करम और देश भक्ति गीत सजनी है दूर सजन से, भंवरे हैं दूर चमन से, जवानों का खूं से तर दामन है, क्यामत सा आलम है गाकर लोगों की खूब वाहवाही बटोरी।