एक शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहे स्कूल : विकासखंड बगीचा के प्राशा परसाडीपा, प्राशा ईरई, प्राशा नवाटोली अ, प्राशा भुईपानी, प्राशा गासेवान, प्राशा नवापारा, विकासखंड फरसाबहार का प्राशा भगतटोली विकासखंड मनोरा का प्राशा सुखरापाठ, प्राशा करदना, विकासखंड जशपुर का प्राशा पिल्खी अब शिक्षक विहीन हो गए हैं। वहीं इन जिले का पूर्व माध्यमिक शाला छिछली अ, माशा तिगरा, माशा उकई, माशा बेड़ेकोना, माशा बरपानी, माशा तेंदपाठ, माशा बेंजोरा, माशा दनगरी अब एक शिक्षक के भरोसे संचालित होगें। शासन के नियमानुसार सभी पूर्व माध्यमिक शालाओं मेें कम से कम चार शिक्षकों की पदस्थापना होनी जरुरी है। लेकिन शिक्षको की ट्रांसफर लिस्ट जारी होने के बाद ये स्कूल एकल शिक्षिकीय हो गए हैं।
बगीचा के कई स्कूल हुए शिक्षक विहीन : शिक्षक विहीन हुए स्कूलों में सबसे अधिक संख्या जिले के बगीचा विकासखंड में है। बगीचा विकासखंड के पाठ इलाके में संचालित स्कूल प्राथमिक शाला परसाडीपा, प्राशा ईरई, प्राशा भुईपानी, प्राशा गासेवान, प्राशा नवाटोली अ और प्राशा नवापारा में एक भी शिक्षक नहीं बचे हैं। बताया जाता है कि नगरीय इलाके से दूर होने के कारण पाठ इलाके में जाकर कोई भी शिक्षक पढ़ाना नहीं चाहता है। जो शिक्षक पाठ क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थ थे वे भी बगीचा से आना-जाना करते थे। सिर्फ शिक्षक विहीन हुए स्कूलों के अलावा 94 स्कूल एकल शिक्षक वाले हैं यह भी एक बड़ी समस्या है। एक शिक्षक के भरोसे स्कूल संचालन से पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित होगी। शिक्षक जिस दिन छुट्टी पर रहा उस दिन स्कूल बंद हो जाएगा।