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जशपुर नगर

पारम्परिक हर्षोल्लास के साथ मनाई गई ईद, गले मिल कर दी बधाई

देश-प्रदेश की खुशहाली और अमन सुकून के लिए की मांगी गई दुआएं

जशपुर नगरJun 06, 2019 / 12:50 pm

Murari Soni

Eid celebrated with traditional euphoria, greeted by congratulations

पारम्परिक हर्षोल्लास के साथ मनाई गई ईद, गले मिल कर दी बधाई

जशपुरनगर. हर चेहरे पर खुशियां, गले मिलकर एक दूसरे को मुबारकबाद देने की होड़ यह सारा दृश्य ईद की खुशियों की गवाही दे रहा था। बुधवार की सुबह शहर में मौसम ने साथ दिया और ईदगाह में ईद की विशेष नमाज पढ़ी गई। नमाज के बाद गले मिलकर लोगों ने ईद की खुशियां बांटी। पर्व की खुशियों में हर वर्ग के लोग शरीक हुए। रमजान मुबारक के रोजों के बाद वह घड़ी आ ही गई, जिसका मुसलमानों को बेसब्री से इंतजार था। अलविदा जुम्मे की नमाज में पहले ही एलान किया जा चुका था कि अगर मौसम साफ रहेगा, तो ईदगाह में नमाज पढ़ी जाएगी। बारिश होने की स्थिति में जामा मस्जिद में नमाज अदा की जाएगी। बुधवार की सुबह मौसम साफ था। सुबह नमाज के लिए जमात बैठ गई थी। जिसके बाद नमाज पढ़ी गई। नमाज के दौरान पूरे कायनात में अमन चैन, खुशहाली के लिए दुआ की गई। मौलाना मंसूर ने पेश ईमाम के तौर पर नमाज पढ़वाई। नमाज खत्म होते ही लोग गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देने लगे। आपसी भाईचारे के साथ सभी वर्ग के लोगों ईद की खुशियां आपस में बांटी। इस दौरान एसपी एसएल बघेल के निर्देश पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। ईदगाह के अलावा नगर के अन्य हिस्सों में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था।
घुली सेवइयों की मिठास : ईद की खुशी सभी सभी मुस्लिम धर्मावलंबियों के चेहरे में झलक रही थी। लोग नए लिबास पहनकर और इत्र लगाकर नमाज अदा करने पहुंचे थे। नमाज पढऩे वालों में बश्चों की सं या भी अच्छी खासी थी। इसके बाद लोग एक दूसरे के घर जाकर ईद की मुबारकबाद दे रहे थे। ईद में मिठास घोलने सेवइयों, मिठाइयों के साथ कई प्रकार के व्यंजन बनाए गए थे। लोग दिन भर दावतों में लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाते रहे। दावतों का दौर देर रात तक चलता रहा।

दी पाकर खिले चेहरे: ईद के मौके पर अपने से छोटों को ईदी देने की परंपरा रही है। जिसका बच्चों को बेसब्री से इंतजार रहता है। घरों में मां बाप, दादा दादी, नाना नानी व बड़ों ने छोटों को ईदी दी। ईदी में नकद राशि उपहार आदि दिए जाते हैं। बड़ों से ईदी पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। पर्व में हिंदू, ईसाइयों व अन्य धर्म के लोगों ने भी अपने मुसलमान भाइयों को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी।
एक दूसरे के दुख को महसूस कर दें साथ : नमाज के पहले मौलाना मंसूर ने तकरीर की। उन्होंने कहा कि इस्लाम मोहब्बत का पैगाम देता है। गले मिलने से पहले अपने रुह से नफरत और रंजिश निकाल कर फेंक दें। तभी सही मायने में ईद की खुशी होगी। उन्होंने कहा कि एक दूसरे के दुख को महसूस करना, जरुरतों में काम आना, उनका साथ देना यही इंसानियत है। उन्होंने कहा कि इस मुकद्दस पवित्र मौके पर हर कौम, हर सूबे, अपनी मुल्क और पूरी कायनात की हिफाजत के लिए दुआ करें।
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