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जशपुर नगर

आज भी लालटेन युग में जी रहे हैं जिले के लोग

सोलर सिस्टम के माध्यम से क्षेत्र को रोशन करने की हुई थी कोशिश, विभागीय अनदेखी से हुआ फेल

जशपुर नगरJul 11, 2019 / 12:08 pm

Murari Soni

Even today the lalets are living in the era, people of Kaliya, Butunga

आज भी लालटेन युग में जी रहे हैं जिले के लोग

जशपुरनगर. जिले के कई क्षेत्रों में आज भी बिजली नहीं पंहुच पाई है। बिजली नहीं पंहुच पाने के कारण क्षेत्र के ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिन गांवों में बिजली नहीं पंहुच पाई थी, उन गांवों में शासन प्रशासन के द्वारा सोलर सिस्टम के माध्यम से क्षेत्र को रोशन करने का प्रयास किया गया था, लेकिन विभागीय अनदेखी के कारण अब ग्रामीण क्षेत्रों में लगे हुए सोलर सिस्टम भी जवाब देने लगे हैं। ऐसे में उन क्षेत्रों में पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है, जिससे ग्रामीण परेशान हैं।
जिले के बगीचा विकास खण्ड के बादलखोल अभयारण्य क्षेत्र के रिहाईशी क्षेत्र के गांव कलिया, बुटूंगा, गायलूंगा तीनो पंचायत के लोग आज भी लालटेन युग मे जीने को मजबूर है। यह तीनों पंचयात में पूर्व सरकार ने घरों में उजाला देने के लिए सौर प्लेट के माध्यम से रोशन करने की कोशिश तो जरूर की लेकिन तीनों पंचायत के कई मुहल्लों के सोलर प्लांट महीनों से बंद पड़े हैं और जहंा का चालू है वहां भी एक से दो घंटे ही लोगों को बिजली मिल पा रही है। इस क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि हमारे बच्चों की पढ़ाई में बिजली नहीं होने की वजह से बाधित होती रहती, न तो हम बच्चों के लिए कम्प्यूटर ले पा रहे और न ही कुटीर उद्योग चला पा रहे है। बिजली नहीं रहने की वजह से हम लोग आज भी लालटेन युग मे जी रहे है। तीनो पंचयात बादलखोल अभयारण्य के जंगलों के बीच मे बसा है यंहा के लोगो को जानवरों ओर सांप बिच्छू का डर हमेशा बना हुआ है।

हाथी प्रभावित क्षेत्र होने से बढ़ी चिंता : अभ्यारण्य क्षेत्र से लगे हुए कलिया, बुटूंगा, गायलूंगा तीनो पंचायत हाथी प्रभावित क्षेत्र हैं और आए दिन इन क्षेत्रों में हाथियों का आना जाना लगा रहता है। पिछले एक माह से हाथियों के द्वारा लगातार इस क्षेत्र में लोगों के घरों को अपना निशाना बनाया जा रहा है। वहीं अभ्यारण्य क्षेत्र से लगे हुए गांव में हाथियों के द्वारा २ लोगों की जान भी ले ली गई है। हाथी समस्या वाला क्षेत्र होने के कारण और बिजली नहीं रहने के कारण इस क्षेत्र के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। इस संबंध में क्रेड़ा के सहायक अभियंता संदीप बंजारे से बात करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।
जन चौपाल में दिया गया था आवेदन : इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने कहा कि बिजली विभाग के द्वारा यहां बिजली व्यवस्था लेने के लिए वे लोग पूर्व में जिले के सभी शिवरों में बिजली की मांग कर चुके हैं। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के रायपुर जनदर्शन में भी आवेदन दे चुकें हैं। लेकिन आज तक ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला। इस बार गायलूंगा के सरपंच के द्वारा रायपुर जाकर नए कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 3 जुलाई को जन चौपाल कार्यक्रम में आवेदन दिया गया था जिसकी जांच टीम 7 तारीख को जांच कर के गई है।
अभ्यारण्य के डीएफओ से मिलने गए ग्रामीण : बादलखोल अभ्यारण्य के डीएफ ओ से गायलूंगा के सरपंच और ग्रामीण सौ किमी दूर सफर कर अम्बिकापुर में मिलेंगे और बिजली लगने में आ रही अभ्यारण्य के डेढ़ सौ मीटर क्षेत्र की समस्या को गम्भीरता से चर्चा कर इस समस्या का समाधान निकलवाने का प्रयास करने की गुहार लगाएंगे।

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