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जशपुर नगर

इचौलीवासियों ने पुल की मांग को लेकर जताया विरोध

गांव में लगाया पुल नहीं तो वोट नहीं का बोर्ड, कहा १७०० लोगों की समस्या की किसी नहीं है परवाह

जशपुर नगरNov 05, 2018 / 04:55 pm

Amil Shrivas

Icholis protest against demand for bridge

इचौलीवासियों ने पुल की मांग को लेकर जताया विरोध

जशपुरनगर/बगीचा. विधानसभा चुनाव के मतदान का समय जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहा है, वैसे ही ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर सामने आने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्याओं समाधान नहीं होगा तो इस बार मतदान का उपयोग नहीं करेंगे। इसी तरह बगीचा विकासखंड के ग्राम पंचायत बेडेकोना के आश्रित ग्राम इचौली के ग्रामीणों ने कन्हर नदी में पुल नहीं बनने से आक्रोशित हैं और गांव के बाहर पुल नहीं तो वोट नहीं का बोर्ड लगा दिए हैं। जिले के बगीचा विकासखंड के ग्राम पंचायत बेडेकोना के आश्रित ग्राम इचौली और सरनाटोली की कुल आबादी १७०० की है। इस गांव में जाने के लिए लोगों को पहले कन्हर नदी को पार करना पड़ता है और नदी पार कर ही इस गांव में पंहुच सकते हैं। कन्हर नदी में आज तक पुल का निर्माण नहीं होने के कारण इस गांव के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दौरान तीन से चार माह उन्हें बहुत ज्यादा परेशानी होती है और वे अपने गांव से कहीं भी आ जा नहीं सकते हैं। यहां के ग्रामीण अपनी समस्या के संबंध में लंबे समय से मांग करते आ रहे हैं। लेकिन इनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों की समस्या का सामाधान नहीं होने पर यहां के ग्रामीणों ने इस बार मतदान का उपयोग नहीं करने का फैसला ले लिया है और रविवार को यहां के सभी ग्रामीण गांव में एकत्र होकर अपने हाथ में एक बोर्ड जिसमें लिखा हुआ है कि पुल नहीं तो वोट नहीं को लेकर रैली के रुप में निकले और गांव के बाहर में बोर्ड लगा दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि वे लंबे समय से कन्हर नदी में पुल के निर्माण की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी मांगों को आज तक किसी ने भी गंभीरता से नहीं लिया है और वोट के समय में वोट मांगने के लिए उनके गांव में नेता जरुर पंहुचते हैं और वोट के बाद फिर इस गांव में कोई नहीं आता है। इसलिए गांव वालों ने भी निर्णय ले लिया है कि जब उनकी बात कोई नहीं सुनता तो वे भी किसी की बातों में नहीं आएंगे और जब तक पुल का निर्माण नहीं हो जाता है तब वे अपने मत का प्रयोग नहीं करेंगे।

चार माह तक गांव बन जाता है पूरी तरह से टापू : कन्हर नदी के पार ग्राम पंचायत बेडेकोना के आश्रित ग्राम इचौली और सरना टोली बसा हुआ है। गांव पंहुचने के मार्ग के बीच में ही कन्हर नदी होने के कारण बरसात के दिनों में यह गांव पूरी तरह से टापू बन जाता है। बरसात में कन्हर नदी में जल स्तर के बढ़ जाने के कारण कोई भी ग्रामीण अपने गांव से कहीं भी आ जा नहीं सकता है। जिसके कारण मजबुरी में उन्हें तीन से चार माह तक अपने गांव में ही सिमट कर रहना पड़ता है। बरसात के दौरान इस गांव के ग्रामीण तीन से चार माह का पूरा राशन एक साथ अपने गांव में लेकर आ जाते हैं।
छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने में होती है परेशानी : कन्हर नदी में पुल नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी यहां के छात्र-छात्राओं को उठानी पड़ती है। गांव से ६ किलोमीटर चम्पा में हाई स्कूल स्थित ह। इससे छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने के लिए ६ किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। कन्हर नदी में पुल नहीं होने से उन्हें नदी पार कर स्कूल जाना पड़ता है। हालत यह हो जाती है कि बरसात के दिनों में छात्र-छात्राओं को चम्पा में ही चार माह तक रहना पड़ता है। वहीं बरसात के दौरान यदि इस गांव के किसी ग्रामीण की ज्यादा तबीयत खराब हो जाए तो उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं पहुंचती, जिससे काफी परेशानी होती है।

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