अंतिम सोमवार को सबसे अधिक भीड़ बगीचा ब्लॉक के कैलाश गुफा में रही। वहां सनातन संत समाज के अंबिकापुर जिला स्थित त्रिकोट आश्रम व बेनगंगा से जल लेकर श्रद्धालु कुसमी, डीपाडीह, शंकरगढ़, सुलेशा होते हुए कैलाश गुफा पहुंचेे। वहीं गहिरा गुरु की जन्मस्थली सेतुबंध रामेश्वर से जल लेकर पत्थलगांव, सीतापुर के रास्ते भी सैकड़ों कांवडि़ए जल चढ़ाने कैलाश गुफा पहुंचे थे। इसी तरह रायगढ़ एवं सारासोर से भी हजारों श्रद्धालुओं ने कैलाश गुफा में जलाभिषेक किया। इन कांवडिय़ों का रास्ते भर स्वागत किया गया। साथ ही उनके खाने-पीने का भी इंतजार लोगों ने किया था। इस दौरान सुरक्षा को लेकर पुलिस की भी पुख्ता व्यवस्था रही।
फतेहपुर मंदिर में हुआ विशाल भंडारा : शहर से लगे फतेहपुर मंदिर में प्रति वर्ष के अनुसार इस वर्ष भी राजकिशोर ताम्रकार के द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया था। सावन के अंतिम सोमवार को फतेहपुर मंदिर में पूजा अचैना करने के बाद विशाल भंडारा का आयोजन किया गया था। इस भड़ारे में बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंच कर प्रसाद ग्रहण किया।