एनएच 43 के निर्माण का कार्य दो निर्माण ऐजेंसियों ने लिया है। एक निर्माण ऐजेंसी के द्वारा पत्थलगांव से लेकर कांसाबेल तक का सडक़ निर्माण का कार्य लिया गया है, जो कुछ दिनों तक निर्माण कार्य करने के बाद अपना काम बंद कर ही यहां से फरार हो गया है। वहीं कुनकुरी से लोदाम तक का निर्माण कार्य दूसरे निर्माण ऐजेंसी ने लिया है जो सडक़ निर्माण का कार्य कर रहा है। कुनकुरी से लोदाम तक के चल रहे निर्माण कार्य के दौरान निर्माण ऐजेंसी के द्वारा पहले सडक़ के एक हिस्से का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसके कारण सडक़ का एक हिस्से में पानी भर गया है और किचड़ की स्थिति निर्मित हो गई है। लोरो से लेकर कुनकुरी तक के मार्ग में भी इन दिनों सफर करना आसान नहीं है। वहीं बारिश होने के साथ ही कुनकुरी से लोरो तक की सडक़ में पूरी तरह से किचड़ में तब्दील हो जाती है।
जशपुर जिले की एनएच की स्थिति खराब हो जाने के बाद लोगों के द्वारा एनएच का उपयोग काम कर दिया गया है। इन दिनों लोगों के द्वारा एनएच छोड़ कर राजमार्गो का उपयोग किया जा रहा है। जशपुर से रायपुर, बिलासपुर जाने वाले यात्री वाहन एनएच का उपयोग मात्र जशपुर से कुनकुरी तक ही कर रही हैं।कुनकुरी से तपकरा मार्ग ओडि़सा जाने के लिए मुख्य राजमार्ग है और दिन भर में इस रोड से सैंकड़ो गाडिय़ों का आना जाना लगा रहता है। एनएच 43 की स्थिति दयनिय हो जाने के बाद पत्थलगांव की ओर जाने वाली गाडिय़ां भी इसी रोड़ से होकर गुजर रही है जिसके चलते राजमार्ग की स्थिति भी अब जर्जर होने लगी है और भारी वाहनों के आवागमन के कारण सडक़ो में भी गड्ढे होने शुरु हो गए हैं।