उन्होंने कहा कि मुद्दाविहीन विपक्षी गठबंधन केवल महामिलावट का ठगबंधन ही नहीं, यह उनका ढोंग मोदी के भय के कारण है। इसकी मियाद महज चुनाव तक ही है। भ्रष्टाचार से डरे-सहमे जानी दुश्मन आज भले ही मोदी के भय से एक मंच पर दिखने का स्वांग कर रहे हैं, लेकिन चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद न केवल उनका मनमुटाव सामने आएगा बल्कि यह तथाकथित एकता भी समाप्त हो जाएगी। अब तक तीन चरणों में देश में आधी से अधिक लोकसभा सीटों पर चुनाव हो चुका है। इसमें पीएम के रूप में नरेंद्र मोदी देश की पहली पसंद बन कर उभरे हैं।
पूर्व की केंद्र सरकारों को कटघरे में खड़ा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब हम गरीबों के लिए आवास, बिजली, गैस, रोजगार, स्वास्थ्य सेवा सुविधा की मांग करते थे तो वे नामुमकिन बताते रहे, लेकिन मोदी ने वह सब कुछ कर दिखाया। सम्प्रति यही वजह है कि आज पूरे देश में मोदी हैं तो मुमकिन है एक नारा बन गया है। सुरक्षा के बारे में विपक्षी सरकारों के रवैये पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि जब हम बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि की मांग करते थे तो वे इसे नामुमकिन बताते रहे, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने डेढ़ करोड़ आवास, चार करोड़ निशुल्क बिजली कनेक्शन, सात करोड़ रसोई गैस कनेक्शन, साढ़े नौ करोड़ शौचालय, साढ़े बारह करोड़ किसानों को प्रति वर्ष 6000 रूपये न्यूनतम धनराशि की गारंटी, 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा आदि को अमली जामा पहनाया। बसपा का एक सूत्रीय एजेंडा किसी से छिपा नहीं है। विकास, कानून व्यवस्था, आतंरिक सुरक्षा, जनहित की योजनाओं के क्रियान्वयन को भाजपा की उपलब्धि बताते हुए कहा कि हमारे पहले तीन साल तक सपा की सरकार विकास के अड़ंगेबाजी तक ही सीमित रही। उन्होंने एलान कर दिया कि यह जोश साफ बता रहा है कि इस ठगबंधन को जनता उठा कर फेंक देने को तैयार है।
BY- JAVED AHMED