उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण आज प्रदेशों के किसानों के सामने भीषण संकट खड़ा हो गया है। छुट्टा , गाय , साढ़ और बछड़े किसान की गाढ़ी कमाई की फसलें नष्ट कर रहे है। प्रदेश सरकार की किसान विरोधी कदम के कारण प्रदेश का किसान संकट के दौर से गुजर रहा है।
उन्होने कहा कि छोटे निवेशकों को समाप्त कर मुठ्ठी भर अम्बानी एवं अटानी जैसे पूजीपतियों के हाथ में देश की अर्थ व्यवस्था सौप दी गयी है। यह लोक
तंत्र के लिए शुभ लक्षण नहीं है। मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के कारण देश के करोड़ों घरो में चूल्हे बुझ जायेगे। उन्होने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार पूरी तरह से असफल है।
कानून पर व्यवस्था चैपट हो गयी है। प्रदेश में हत्या , लूट और अपहरण की घटनाओं की बाढ़ आ गयी है। उन्होने कहा कि सीतापुर, मेरठ, मथुरा सहित अन्य जिलों में हुई अपराधिक घटनाओं की बाढ़ गयी है।
उनहोने कहा कि भाजपा के शासनकाल में भ्रष्टाचार दुगुना हो गया है कही पर भी रिश्वत दिये बिना कोई
काम नहीं होता। उन्होने कहा कि यदि गैर कांग्रेसी सरकारों से तुलना की जाय तो खराब कानून व्यवस्था में भाजपा सरकार सपा और बसपा से आगे निकल गयी है।
उन्होने कहा कि 2019 के लोक सभा चुनाव में कांग्रेस की वापसी होगी तथा भाजपा कम लेकिन मोदी की विदाई होगी। उनहोने कहा कि भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से है। कांग्रेस अपने सहयोगी दल यूपीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस का मण्डलीय सम्मेलन शुरू होगा। पहला मण्डलीय सम्मेलन मेंरठ का गाजियाबाद में 28 जनवरी को होगा। इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेश पति त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष इन्द्रभुवन सिंह, विनय सिंह, राजेश सिंह, देवाननद मिश्रा आदि मौजूद रहे।