इसे भी पढ़ें मंगलवार को जौनपुर आएगी अटल जी की अस्थि कलश यात्रा, ये है पूरा कार्यक्रम बदरुद्दीन की पत्नी का रविवार की रात निधन हो गया था। परिजन शव दफन करने के लिए सोमवार को गांव स्थित कब्रिस्तान पर ले गए। वहां मोहम्मद इरफान ने कब्रिस्तान की जमीन में कुछ भूखंड का बैनामा करा लेने की बात कहते हुए शव दफनाने से रोक दिया। पहले तो मान-मनौव्वल का दौर चलता रहा। मामला न सुलझने पर पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार बरवाल हमराहियों संग पहुंच गए। मामला उलझता देख उन्होंने इसकी जानकारी तहसीलदार व नायब तहसीलदार शाहगंज को दे दी। वे भी मौके पर आ गए।
इसे भी पढ़ें भाजपा विधायक नहीं बचा पाए अपने चहेते को, एसआई रजितराम यादव के खिलाफ हुई कार्रवाई इसके बाद गांव के बड़ों के साथ पंचायत शुरु हुई। घंटों चली पंचायत के बाद दूसरा पक्ष शव दफनाए जाने पर रजामंद हो गया। तब कहीं जाकर अंतिम संस्कार किया जा सका। हालांकि लोगों में इस बात को लेकर भी आक्रोश है कि ये मामला वर्षों से उप जिलाधिकारी के न्यायालय मे विचाराधीन है। जिसका फैसला न हो पाने से जब भी शव दफन का मामला आता है तो यहां विवाद खड़ा हो जाता है। यही हाल रहा तो कभी यहां खूनी संघर्ष भी हो सकता है।
By javed Ahymad