सुनील सिंह पूरे परिवार के साथ दिल्ली में रह कर रोजी रोटी कमाते थे। कुछ दिनों से स्वास्थ्य गड़बड़ होने के कारण गांव आए हुए थे। यहां आते ही वो और 6 वर्षीय बेटी अंशिका डायरिया की चपेट में आ गए। आर्थिक तंगी के कारण ठीक से उपचार नहीं करा पाए। इसके चलते बीते 26 अक्टूबर को बेटी की मौत हो गई।
उसी रात उन्होंने भी दम तोड़ दिया। धीरे-धीरे डायरिया ने पूरे परिवार को अपनी गिरफ्त में ले लिया। 4 वर्षीय पुत्र अंश, पत्नी सोनी देवी और मां हुबराजी देवी भी उपचार के अभाव में कराहने लगे। सोमवार की शाम ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी। दो मौत की खबर लगते ही विभाग हरकत में आ गया। चिकित्साधिकारी प्रभात यादव की देखरेख में स्वास्थ्यकर्मी गांव पहुंच गए। ग्रसित लोगों को स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। ग्रामीणों के रक्त का नमूना लिया गया। गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और दवाएं वितरित की गईं। चिकित्साधिकारी ने बताया कि घटना की जानकारी देर शाम हुई। दवा का छिड़काव व वितरण कराया गया है। ग्रसित परिवार के अलावा गांव में डायरिया का कोई मरीज नहीं है।
यह भी पढ़ें- खेतासराय थानांतर्गत सोंगर गांव में सोमवार की रात एक युवक को साइकिल से टक्कर लग जाने के बाद मारपीट हो गई। जिसे लेकर दो वर्गों के बीच तनाव पैदा हो गया। खबर लगते ही कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई। दलित बस्ती का युवक घर के सामने खड़ा था। दूसरी तरफ से साइकिल सवार दो युवक अपने खेत से घर जा रहे थे। वहां खड़े युवक से साइकिल टकरा गई। जिसे लेकर विवाद उतपन्न हो गया। आरोप है कि एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के घर में घुस कर मारना पीटना शुरू कर दिया ।
मामला दो वर्गों का होने से पुलिस सक्रिय हो गयी। मौके पर सीओ अवधेश कुमार शुक्ल, थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह समेत कई थानों की पुलिस पहुंच गई। आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन देते हुए पुलिस ने मामला शांत करा दिया। फिलहाल शांतिपूर्ण तनाव बना हुआ है।
input-जावेद अहमद