जौनपुर. लाइन बाजार थाना क्षेत्र के परियावां गांव की एक विधवा अपने बच्चों के लिए दर-दर भटक रही है। पति की मौत के बाद ससुरालियों ने दो बेटे और दो बेटियों को अपने कब्जे में करते हुए महिला को घर से बाहर निकाल दिया। इतना ही नहीं मां को अपने बच्चों से मिलने पर भी पाबंदी लगा दी गई। बच्चों के बिना तड़प रही मां को कुछ नहीं सूझा तो वह बुधवार को पुलिस अधीक्षक के सामने गुहार लेकर पहुंच गई।
परियावां गांव के संजय सिंह की दो साल पहले मौत हो चुकी है। संजय सिंह की पत्नी पूजा सिंह ससुराल में अपने दो बेटों और दो बेटियों के साथ किसी तरह जिंदगी गुजार रही थी। पति के निधन के बाद बची खुची जमा पूंजी से विधवा पूजा सिंह बच्चों की परवरिश और दूसरी जरूरतों को पूरा कर लेती। वहीं दूसरी ओर संजय सिंह की मौत के बाद ससुराल में उसपर जुल्म शुरू हो गया। पहले पति की मौत फिर परिजनों की ज्यादिती से पूजा बदहवास हो गई। पूजा के ससुर रामजीत सिंह ने उसके पास मौजूद एटीएम कार्ड तक हथिया लिया। बैंक में पड़े 70 हजार रूपए भी निकाल लिए गए।
पूजा ने इसका विरोध किया तो उसे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया गया। यहां तक भी पूजा ने बर्दाश्त कर लिया। लेकिन जब उसे बाहर निकालने के बाद बच्चों को घर में ही रोक लिया गया तो पूजा तड़पकर रह गई। उसने लाख मिन्नतें की, हाथ पांव जोड़े लेकिन बच्चों को उसके साथ जाने नहीं दिया गया। बदहवास पूजा लाइन बाजार थाने पहुंची और उसने एसओ से इसकी शिकायत की। एसओ ने मौके पर सिपाही भेजे लेकिन न जाने ऐसा क्या हुआ कि वो बैरंग लौट आए। इसी तरह कई दिन बीत गया। पूजा ने अपने बच्चों से मिलने की कोशिश भी की, लेकिन उसको मिलने नहीं दिया गया। उल्टा उसे दुत्कार कर भगा दिया जाता। बच्चों के गम में पागल पूजा बुधवार को एसपी आरपी सिंह के दरबार में मत्था टेकने पहुंची। उसने गुहार लगाई कि उसके बच्चों को उससे जुदा न किया जाए। नहीं तो वो मर जाएगी। एसपी ने उसे न्याय दिलाने का वादा कर वापस भेजा।