घटना लाइन बाजार थानानतर्गत जगदीश पट्टी तिराहे की है। तिराहे पर रोड पर ही सुमन सिंह नाम की महिला का दो मंजिला घर था। इसी घर में नीचे के हिस्से में ऑक्सीजन सिलिंडर का गोदाम चलता था, जिसे उनका देवर प्रेम प्रकाश देखता था। रोजाना की तरह गुरुवार की शाम भी गोदाम में कामकाज चालू था। बड़ी सड़क होने के चलते यहां वाहनों का आवागमन भी हो रहा था। इसी दौरान अचानक शाम करीब पांच बजे गोदाम में ऑक्सीजन सिलिंडर में विस्फोट हो गया। यह इतना तीव्र था कि दो मंजिला मकान पूरी तरह उड़ गया। मकान में मौजूद घर वाले और गोदाम में मौजूद कर्मचारी व दूसरे लोग अंदर ही दब गए। केवल मकान ही नहीं बल्कि वहां सड़क से गुजर रही एक टूरिस्ट बस भी भी विस्फोट की जद में आ गयी और कुछ यात्री घायल हो गए।
विसफोट के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गयी। लोग इधर-उधर भागने लगे और घरों से बाहर निकल आ गए। तत्काल इलाके के लोगों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही मलबे के नीचे फंसे लोगों को निकालने की कोशिश शुरू कर दी। थोड़ी ही देर में वहां कई थानों की पुलिस और दमकल विभाग की गाड़ियां लेकर टीम मौके पर पहुंच गयी। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी और पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी समेत कई आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। टीम ने जब मलबा हटाकर उसमें दबे लोगों को निकालना शुरू किया तो स्थानीय लोगों के मुताबिक छह लोगों की मौत हो चुकी थी, जबकि पांच लोग घायल बताए गए हैं।
मलबे से जिस हालत में शव निकाले गए उनसे ये पता नहीं चल पा रहा कि मरने वले कौन लोग हैं। अभी यह साफ नहीं हुआ है कि जिस वक्त बलास्ट हुआ था उस वक्त मकान में सभी घरवाले मौजूद थे या गोदाम में कितने लोग थे। यह भी पता नहीं चल पाया है कि ऑक्सीजन भरते समय विसफोट हुआ है या इसका कोई और कारण है।
By Javed Ahmad